news-details

स्वास्थ विभाग के सब्जी मार्केट में आया नया मोड़,,सचिव ने कहा जल्दबाजी में पंचनामा तैयार किया था इसलिए सील लगाना भूल गया,,सीईओ ने कहा.....,,,,इतने बड़े मामले को ग्राम प्रधान से छुपाया गया.....नर्स को बचाने के चक्कर मे भूल....

आपको पता होगा कि जिले का एक ऐसा अस्पताल जो बनकर रह गया सब्जी मार्केट,अस्पताल से नर्स भी नदारद,,अधिकारी का फोन भी साइलेंट के मामले ने नया मोड़ लिया है ज्ञात हो कि हर्राडिपा स्वास्थ केंद्र में प्रसव केंद्र को सब्जी मार्केट बनाने की खबर से हलचल मची है ,, हलचल इतनी की एक अधिकारी दूसरे बड़े अधिकारी की गलतियों को कैसे बचाए सभी सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए उपाय ढूंढने में लग गए की कैसे नर्स में लगे आरोपों को निराधार साबित किया जाय,, कलेक्टर महोदय और बगीचा सीईओ के आंखों में पर्दा डालने की पूरी कोशिश, ग्राम हर्राडिपा सचिव पंचु राम , उप स्वास्थ केंद्र की नर्स यमुना सिदार ने कोशिश की और बचाने के इतनी जल्दी की पंचनामा में बिना सिल लगाए ही पंचनामा को मीडिया को भेज दिया ताकि जल्दी से आरोपों का खण्डन कर सके,,लेकिन इतने बड़े मामले को वहां के सचिव ने ग्राम प्रधान सरपंच को बताना उचित नहीं समझा सरपंच से इस बात को क्यों। छुपाया गया? सचिव को बिना तथ्य को जांच किये 4 नागरिक सामने स्वास्थ्य विभाग के मामले की सही और गलत निर्णय करने अधिकार किसने दिया ?? सचिव ने उच्चाधिकारियों को जानकारी क्यों नहीं दी ?? उसने वीडियो और पंचनामा को एक बार क्यों नहीं मिलाया जो इतने बड़े मामले को निराधार साबित कर दिया?? क्या यह सभी मामले संबंधित अधिकारियों के मिलीभगत से हुआ है??

सूत्रों से जानकारी मिली है की सचिव ने घर में बैठे ही पंचनामा तैयार कर दिया है,,यमुना जी का कहना है की वह 24 घंटे स्वास्थ केंद्र में रहती है,,मगर जब वहां दैनिक अमर स्तंभ समाचार पत्र के पत्रकार पहुंचे उस वक्त नर्स हॉस्पिटल के सामने वाले दुकान में सब्जी दुकान में बिना मास्क के खड़ी थी जब वो स्वास्थ्य विभाग की कर्मचारी है तो उसको केंद्र में रहने के बजाय दुकान में क्या कर रही थी? लॉक डाउन में सब्जी बेचवा रही थी??और जब रिपोर्टर अस्पताल की ओर जैसे ही बढ़े वहां वह गायब हो गयी जब वह सही थी तो सामने अपना पक्ष रखने क्यों नहीं पहुँची ??,,,आप खुद भी समझ सकते हैं वहीं रिपोर्टर के द्वारा प्रसव केंद्र में सब्जी बेचने का वीडियो फोटो लेने के बाद घंटो वहाँ उनका इंतजार किया,,आरोपों का जवाब देने वहां क्यों नहीं पहुंची?? हम बताते है क्यों नही पहुंची क्योंकि वह खुद केंद्र के सामने सब्जी दुकान में सब्जी पहुंचाने गई हुई थी,,फोटो वीडियो में साफ साफ दिख रहा है ,की एक बोरा करेला , आधा बोरा दोडका , 5 किलो बरबटी , आधा से अधिक बोड़ा भिंडी,22 पीस लौकी एक ट्रे टमाटर, और अन्य सब्जियां रखी हुई थी,एवं जो सचिव के द्वारा पंचनामा तैयार किया गया है उसमें 3 किलो बरबटी,4 पीस लौकी का बखान किया गया है जबकि वीडियो में साफ आप भी देख सकते हैं कि कितनी सब्जी वहां रखी हुई थी जो पंच नामा में यमुना सिदार ने खुद यह बोल कर अपनी गलतियां बयान कर दिया की ये सब्जी सभी स्टाप के लिए है,, जबकि वहाँ 2 स्टाप ही है और दो के लिए इतना सब्जी कोई नही लेता,, दूसरी बात सब्जियों को प्रसव कक्ष में सजा के क्यों रखा था ,, देखने वाली बात यह भी है प्रसव रूम के सामने सब्जी की दुकानें भी लगी हुई थी, इन सभी बातों को झुठलाते हुए उच्च अधिकारियों के आंखों में धूल झोंकने के लिए सचिव और यमुना सिदार में मिलकर यह पंचनामा बनाया,, वीडियो फोटो की इतना सबूत के बाद भी कलेक्टर महोदय और बगीचा सीईओ को ये लाफरवाही नही लगती है तो सन्ना क्षेत्र वासियों को भगवान ही बचाए क्यूंकि स्वास्थ केंद्र में अब इलाज नहीं सब्जी ही बेचा जाएगा,, अधिकारियों ने तो सचिव की मिलीभगत को भी नजर अंदाज कर ही दिया है,,,

बाइट :इस संबंध में बगीचा सीईओ विनोद सिंह ने कहा कि उतना ज्यादा सब्जी कोई थोड़े रखेगा खाने के लिए,कहा कि इतना ज्यादा सब्जी क्यों रखा है एक व्यक्ति इतना ज्यादा सब्जी ये पूरी तरह से स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही है ठीक है मैं बीएमओ से बात करता हूँ कि जांच किया जाय ।




अन्य सम्बंधित खबरें