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लॉकडाउन में भी रोजगार की कमी नहीं, मनरेगा से मिल रहा हजारों मजदूरों को काम

लॉकडाउन में भी ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की कमी नहीं है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के तहत प्रतिदिन हजारों मजदूरों को काम मिल रहा है।मनरेगा के कार्य में मजदूर सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड उपयुक्त व्यवहार के साथ काम कर रहे हैं। मनरेगा के तहत सड़क निर्माण एवं समतलीकरण, तालाब गहरीकरण आदि कार्य चल रहे हैं जिसमें हर दिन तखतपुर, मस्तूरी, कोटा एवं बिल्हा जनपद पंचायतों में 10 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल रहा है।

प्रतिदिन काम स्वीकृत होने वाले ग्रामों की संख्या के साथ-साथ कार्य एवं मजदूरों की संख्या बढ़ रही है। 6 मई को मनरेगा के तहत कार्य करने वाले मजदूरों की संख्या 14 हजार 610 रही। ये मजदूर 195 ग्राम पंचायतों में चल रहे 785 कार्यों में संलग्न थे। विकासखंड बिल्हा के 90 ग्राम पंचायतों में 396 कार्य चल रहे हैं जिनमें 5935 मजदूरों को रोजगार मिला। इसी तरह कोटा विकासखंड के 36 ग्राम पंचायतों में 148 कार्यों में 1655 मजदूरों को काम मिला। मस्तूरी विकासखंड के 31 ग्राम पंचायतों में 94 कार्यों में 2259 मजदूर और तखतपुर विकासखंड के 38 ग्राम पंचायतों में संचालित 147 कार्यों में 4761 मजदूरों ने कार्य किया।जिला पंचायत द्वारा ग्राम पंचायतों की आवश्यकता के अनुरूप कार्यों की तत्काल स्वीकृति दी जा रही है। शासन की मंशा है कि लॉकडाउन के दौरान भी ग्रामीणों को रोजगार का संकट पैदा न हो।




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