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ट्रांसपोर्टर के दो गुर्गों ने एसईसीएल के खदान में मचाई गुंडागर्दी, पुलिस ने मामला किया दर्ज...

रायगढ़ जिले के घरघोड़ा क्षेत्र में स्थित एसईसीएल के बरौद माइंस में ट्रांसपोर्टर के 2 गुर्गों ने जमकर बवाल मचाया। घरघोड़ा पुलिस ने इन दोनों ही आरोपियों राजेंद्र और सुधीर सिंह के विरुद्ध 183,353,506,34 का मामला दर्ज किया है।

क्या है पूरा मामला-

एसईसीएल प्रबंधन की ओर से घरघोड़ा थाने में सूचना दी गई की चौधरी ट्रांसपोर्ट के राजेंद्र और सुधीर सिंह रात लगभग 11:00 बजे एसईसीएल की बरौद खदान में अनाधिकृत तरीके से घुस आए और जी 10 कोयले से लदी दो गाड़ियों को जी 15 कोयले के ढेर में डंप करवा दिया। इतना ही नहीं बल्कि वह दोनों आरोपी ठेका कर्मियों और एसईसीएल के अधिकारियों और कर्मचारियों से बदसलूकी करने लगे और जबरन अच्छे और महंगे ग्रेड के कोयले को ले जाने की जिद करने लगे। उनका विरोध किए जाने पर वहां मौजूद ठेका और एसईसीएल कर्मियों को डराने धमकाने लगे। ऐसे में रात भर प्रोडक्शन और ट्रांसपोर्टिंग का काम बुरी तरह से प्रभावित हुआ।

खदान में आखिर क्या करने की ठान कर आए थे यह गुर्गे-

घरघोड़ा थाने में शिकायत करते हुए एसईसीएल बरौद के सब एरिया मैनेजर आरबी वर्मा ने लिखित शिकायत दी है कि 18 मई की रात 11:00 बजे शिफ्ट इंचार्ज सत्येंद्र प्रसाद की ओर से उन्हें बताया गया कि खदान परिसर के प्रतिबंधित क्षेत्र में राजेंद्र एवं सुधीर सिंह अनाधिकृत रूप से घुसकर डरा धमकाकर शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं एवं जबरन जी10 के कटिंग कोयले की 2 गाड़ियों के कोयले को जी15 के कोल स्टॉक में गिरवा दिया गया है । उन्होंने शिकायत पत्र में कहा है कि कोयला उत्पादन में नियोजित ठेकेदार में मेसर्स मां पीतांबरा कोल करियर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा लगाई गई सभी गाड़ियां खदान में निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार कोयला के ग्रेड अनुसार जी10 और जी15 के कोयले को खदान के फेस से कॉल स्टार्ट तक कोयला परिवहन का कार्य कर रहे थे। इस वक्त जी 15 ब्लास्टिंग और और सरफेस माइनर का कटिंग कोल जी-10 में चल रहा था । रात लगभग 11 बजे राजेंद्र प्रसाद एवं सुधीर सिंह अनाधिकृत रूप से खदान परिसर के प्रोडक्शन वेब्रिज में पहुंचकर कहने लगे कि मुझे वर्तमान में उत्पादन हो रहे जी-10 ग्रेड का कटिंग कोयला कोल स्टॉक में जहां पर कारी छापर रेलवे साइडिंग का कोयला डंप होता है वहां पर डम्प कराना है और उसे रोड सेल के लिए लोडिंग करवाना है । 

मेरा डियो खत्म हो रहा है, रात्रि पाली में कार्यरत सत्येंद्र प्रसाद शिफ्ट इंचार्ज के द्वारा इन दोनों व्यक्तियों को समझाइश दी गई कि वर्तमान में जी-15 के कटिंग कोयले का उत्पादन नहीं हो रहा है जी 15 में केवल ब्लास्टिंग कोयले का ही उत्पादन हो रहा है । इसलिए उनकी इस मांग को पूरा नहीं किया जा सकता है। इसके बाद राजेंद्र एवं सुधीर द्वारा जबरन जी-10 के कटिंग कोयले की दो गाड़ियों के कोयले को जी-15 के कोल स्टॉक में गिरवा दिया गया। उनको मना करने पर कहा गया कि वो रात भर जी-10 का कोयला जी-15 के कॉल स्टॉक में ही गिराएंगे और उन्हें कोई रोक नहीं सकता है। उनके इस कारनामे की वजह से रातभर एसईसीएल बरौद खुली खदान के कोयला उत्पादन का कार्य ठप हो गया, जिसके कारण एसईसीएल कंपनी तथा राज्य शासन को आर्थिक क्षति हुई है एवं राज्य की ऊर्जा आपूर्ति में भी बाधा पहुंची है। शिकायत पत्र में यह भी कहा गया है कि रोड सेल के माध्यम से विक्रय होने वाले कोयले को लदान करने एवं डिस्पैच कार्य करने की निर्धारित समय अवधि में किया जाता है जिसमें क्रेता द्वारा अधिकृत किए गए व्यक्ति को ही मात्र खदान क्षेत्र में आने की अनुमति है। ऐसे में निर्धारित समय अवधि समाप्त होने के बाद भी खदान परिसर के प्रतिबंधित क्षेत्र में ट्रांसपोर्ट कंपनी के इन कर्मचारियों का घुसना एक अपराध है। इसके अतिरिक्त पाली में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों अथवा ठेका श्रमिकों पर जबरन दबाव बनाना एवं धमकी देना भी घोर अपराध है । ट्रांसपोर्ट कर्मियों के इस कार्य से भयभीत होकर ठेका श्रमिकों द्वारा कोयला उत्पादन करने में असमर्थता व्यक्त की गई, और खदान के प्रोडक्शन का काम ठप करना पड़ गया।

क्या कहते हैं थाना प्रभारी अमित सिंह-

इस संबंध में हमारी चर्चा घरघोड़ा थाना प्रभारी अमित सिंह से हुई। उन्होंने बताया कि एसईसीएल प्रबंधन की ओर से चौधरी ट्रांसपोर्ट के 2 कर्मचारी राजेंद्र और सुधीर सिंह के खिलाफ शिकायत की गई थी, उन्होंने कोयले के क्वालिटी को लेकर अनाधिकृत तरीके से खदान में घुसकर बवाल मचाया और कोल प्रोडक्शन को इस वजह से बंद करना पड़ा। इस आशय की शिकायत के बाद दोनों आरोपियों राजेंद्र और सुधीर सिंह के खिलाफ मामला पंजीबद्ध किया गया है।




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