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ट्रैफिक पुलिस की सीक्रेट स्टीकर "गुलाब फूल", जिसकी कीमत 1000...कच्ची रसीद देकर खुलेआम कर रहे ट्रकों से उगाही !

 पुलिस पर पूरे समाज की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है लेकिन जब माली ही बगिया को उजाड़ने लगे तो क्या किया जाए ?
ऐसा ही कुछ रायगढ़ में भी हो रहा है ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारी बाईपास में ट्रकों को रोककर अवैध वसूली में लगे हैं ₹1000 लेकर उन्हें कच्ची रसीद दी जाती है जिसमें लाल गुलाब वाला एक स्टीकर चिपका होता है इसमें रसीद क्रमांक और गाड़ी नंबर लिखा होता है।यह सनसनीखेज मामला खरसिया बाईपास का है बेहद चालाकी का ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारी 23 की संख्या में बोलेरो में निकलते हैं हाईवे पर ट्रकों को रोककर कागज मांगते हैं इसके बाद गाड़ियां तभी छोड़ी जाती जब ₹1000 का चढ़ावा दिया जाता है।

जाने कैसे हुआ अवैध उगाही का खेल-

शुक्रवार को भी ऐसा ही कुछ हो रहा था कोसमनारा के पास खरसिया रोड पर प्रदूषण जांच वाली वैन खड़ी थी। बोलेरो में ट्रैफिक थाने के शीतल पांडे और जोशी पहुंचे थे। दोनों गाड़ी के अंदर ही बैठे रहे और प्रदूषण जांच करने वाले युवकों को ट्रकों को रोकने के लिए कहा। युवक बीच-बीच में दो गाड़ियां रोकते रहे। ड्राइवर को कागज के साथ बोलेरो के पास बुलाया जाता है। वहां कागज देखने के बाद उसे छोड़ देते थे। जब हमने वहां पड़ताल की तो दो ट्रक क्रमांक 04 H48 6192 और OD23 8651 वहां खड़ी थी एक ड्राइवर से जब पूछा गया तो उसने बताया कि

“ट्रैफिक वालों को हर महीना पैसा देना पड़ता है शुक्रवार को उसके गाड़ी का कागज चेक किए और ₹1000 मांगे। रुपए देने के बाद एक पॉकेट डायरी के पन्ने पर लाल गुलाब वाला स्टीकर चिपका कर उस पर रसीद क्रमांक 676 लिखा गया। उसी कागज पर एक कोने में गाड़ी क्रमांक भी लिखा था यही स्टीकर एक तरह की पहचान है। जिससे पता चल सके कि किस की रसीद काटी गई है और किसकी नहीं।”

रास्ते में ट्रैफिक पुलिस
ठिकाने बदल बदल कर हो रही उगाही..!

ट्रैफिक पुलिस की टीमों का काम है यातायात व्यवस्था दुरुस्त करना होता है लेकिन ये तो अपनी व्यवस्था दुरुस्त करने में लगे हैं। करीब 1 घंटे वहां खड़े रहने के बाद बोलेरो वहां से निकल गया। पूछताछ करने पर पता चला कि ट्रैफिक पुलिस कर्मचारी बाईपास पर कहीं भी खड़े होकर वसूली करते रहते हैं। रेंगालपाली से खरसिया के बीच में घूमते रहते हैं। रसीद भी इसी तरह के दी जाती है। सभी ट्रांसपोर्टरों को भी इस बारे में बता दिया जाता है।

एसपी संतोस सिंह की मेहनत पर फेर रहे पानी-

एक तरफ एसपी संतोष सिंह ने जिले के पुलिसिंग में कसावट लाई है। अपराधों को रोकने और अपराधियों को पकड़ने के लिए उन्होंने सभी थानेदारों को सख्त निर्देश दे रखे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनके ही मातहत ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारी इस तरह अवैध उगाही में लगे हुए। शुक्रवार को उनकी यह हरकत पकड़ में आ गयी है। एसपी के मेहनत पर यातायात पुलिस के कर्मचारी पानी फेरने में लगे हैं।

क्या कहते हैं ट्रैफिक डीएसपी पुष्पेंद्र बघेल-

“मुझे इस बारे में मालूम नहीं है दिखाता हूं क्या मामला है”




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