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आड़े वक्त पर काम आया राजीव गांधी किसान न्याय योजना, खेती किसानी बेहतर करने के साथ पत्नी का कराया इलाज

राजीव गांधी किसान न्याय योजना से मिली सहायता राशि ने रसेड़ी के छोटे किसान पीलसिंह निषाद को सूखे के हालात में भी संबंल प्रदान किया है। न्याय योजना से किश्तों में मिली राशि से जहां वे अच्छे तरीके से खेती-बाड़ी किये हैं, वहीं पत्नी के अचानक बीमार हो जाने पर निजी अस्पताल में बेहतर इलाज भी करा पाये हैं। पीलसिंह ने किश्तों में सहायता राशि देने के राज्य सरकार के निर्णय पर प्रसन्नता जाहिर की है। गौरतलब है कि पीलसिंह बलौदाबाजार तहसील के ग्राम रसेड़ी के लघु किसान हैं। लगभग 4 एकड़ की खेती है। पिछले खरीफ मौसम में उन्होंने 56 क्विंटल धान रसेड़ा सोसायटी में समर्थन मूल्य पर बेचे थे। इसका भुगतान उन्हे खाते में हो चुका है।

जरूरत के मुताबिक वे राशि समय-समय पर निकालते हैं। निषाद ने बताया कि प्रति एकड़ 9 हजार रूपये के हिसाब से उन्हें 36 हजार रूपये प्रोत्साहन राशि मिलेगी। एक किश्त 9 हजार रूपये मिल चुकी है। दूसरी किश्त भी राजीव गांधी जी की जयंती के अवसर पर 9 हजार मिली है। निंदाई -गुड़ाई और खातू-कचरा के लिए मैने एक महीने पहले 20 हजार रूपये सहकारी बैंक खाते से रकम निकाला था। पत्नी की तबीयत खराब होने पर आज फिर से 25 हजार रूपये निकाला हूं। उन्होंने बताया कि सावन-भादों का समय किसानों और ग्रामीणों के लिए सबसे कठिन समय होता है। किसी के पास पैसे-कौड़ी नहीं होते हैं। पूरी पूंजी खेती में लग चुकी होती है। ऐसी कठिन हालात में राजीव किसान न्याय योजना से मिली प्रोत्साहन राशि किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। ये राशि अभी नहीं मिली होती तो मुझे पत्नी के इलाज के लिए बोये गये खेत को मुझे रेहन में रखना पड़ सकता था अथवा भारी भरकम ब्याज पर साहूकारों से ऋण लेना पड़ सकता था। राजीव किसान न्याय योजना से मेरे जीवन की बड़ी समस्या आसानी से हल हो गई।




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