"नियुक्ति आदेश मिला शनिवार को, कारण बताओ नोटिस एक दिन पहले शुक्रवार को.." बीएलओ, सुपरवाइजर हुए हतप्रभ और परेशान...
रायगढ़: सारंगढ़ अनुभाग और जिला निर्वाचन कार्यालय के बीच सामंजस्य का अभाव देखने को मिल रहा है। जिन पटवारियों को को सुपरवाइजर बनाने का और बीएलओ बनाने का आदेश जारी किया गया उन्हें जिला कार्यालय से 1 दिन पहले शुक्रवार को ही कारण बताओ नोटिस भेज दिया गया।
जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से सभी विधानसभा क्षेत्रों में मतदान केंद्रों में ग्रुप से लॉगिन करने फोटो अपलोड अक्षांश और देशांतर तथा मूलभूत सुविधाएं अपडेट करने के लिए निर्देशित किया गया था। लेकिन जिले के सारंगढ़ विधानसभा में काम ही नहीं हुए इसके लिए बीएलओ सुपरवाइजरों को उप- जिला निर्वाचन अधिकारी वह संयुक्त कलेक्टर राजीव पांडे ने 26 नवंबर को शो कॉज नोटिस जारी किया है। दिलचस्प बात यह है की एसडीएम सारंगढ़ ने शनिवार को 23 पटवारियों को मतदान केंद्रों में यह काम करने का जिम्मा सौंपा है। मतलब जिस पटवारी की नियुक्ति ही शनिवार को हुवी। उसे शुक्रवार को इस काम को नहीं करने का नोटिस मिल गया। नोटिस मिलने के बाद पटवारी चौक गए क्योंकि जिस काम को करने का आदेश शनिवार को मिला उसे समय पर पूरा नहीं करने का नोटिस शुक्रवार को मिल गया। कूल 231 मतदान केंद्रों में फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अहर्ता संबंधी कार्य व निर्वाचन संबंधी अन्य कार्य संपादित करने के लिए एसडीएम नंद कुमार चौबे ने शनिवार को लिखित आदेश दिया था, तथा 23 पटवारियों में मतदान केंद्रों को बांटा गया था।
मंगलवार को बुलाया नोटिस का जवाब देने-
सारंगढ़ के इन पटवारियों को मंगलवार को प्रातः 11:00 बजे व्यक्तिगत
रूप से उपस्थित होकर जवाब देने का नोटिस मिला था। जिसपर पटवारियों का कहना था कि
जब उनकी कोई गलती नहीं है तो उन्हें किस बात का नोटिस दिया जा रहा है? उन्होंने
पोस्टिंग और मतदान केंद्रों की जानकारी शनिवार को मिली लेकिन शुक्रवार को ही
उन्हें नोटिस भेज दिया गया था । कुछ पदस्थ कर्मचारी तो ऐसा भी है जिसे जॉइनिंग के
पहले ही नोटिस मिल गया था।
क्या कहते हैं संयुक्त कलेक्टर राजीव पाण्डेय-
सारंगढ़ में निर्वाचन संबंधी कार्य बहुत पिछड़े हुए हैं इसलिए बीएलओ
को नोटिस दिया गया, आप आइये विस्तार से बात करेंगे।
क्या कहते हैं एसडीएम चौबे-
बीएलओ को कारण बताओ नोटिस जिला कार्यालय से दिया गया है।