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नगरवासियों में आक्रोश, तहसीलदार द्वारा वक्फ़ बोर्ड को आबंटित भूमि के खिलाफ उतरा पेण्ड्रा नागरिक मंच

पेण्ड्रा नागरिक मंच ने आज पेण्ड्रा तहसीलदार को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा व जमकर नारेबाजी की व अपना आक्रोश तहसीलदार पेण्ड्रा द्ववारा जारी भूमि अहस्तान्तरण के विज्ञापन को वापस लेने की मांग की , ज्ञापन में नागरिकों ने बताया कि
दिनांक 03 / 12 / 2021 को तहसीलदार पेण्ड्रा द्वारा ईश्तहार क . / क / तह . / वा . 1/2021 दिनांक 03/12/2021 प्रकाशितः किया गया जो इलेक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम से दिनांक 19/12/2021 को वायरल होकर आमजन तक पहुंचा जिसमें खसरा नं . 2520 , 2547 , 2507 , 483/2 को वक्फ बोर्ड के नाम हस्तांतरित किये जाने का उल्लेख किया गया है वास्तव में पेण्ड्रा में मुस्लिम समुदाय के कुछ सक्रिय लोगो के द्वारा पूर्व में शासन द्वारा प्रदत्त उपरोक्त भूमि में से कबरिस्तान मद में आरक्षित भूमि पर व्यवसायिक काम्पलेक्स का निर्माण करा अवैध वसूली की जा रही थी जिस पर शिकायत होने पर शासन द्वारा निर्माण कार्य पर रोक लगाया गया था जिससे निर्माण कार्य अधूरा रहा.

उक्त लोग कुछ दिन शांत रहने के उपरांत पुन : तहसीलदार पेण्ड्रा के समक्ष भ्रामक जानकारी प्रदान कर चोरी छुप के उपरोक्त कार्यवाही कर रहे है जिससे उक्त खसरा नं . 2507 में विगत - 200-250 वर्षो से मकान बनाकर रह रहे लोगो को विस्थापित कराये जाने तथा उक्त भूमि का व्यवसायिक उपयोग किये जाने की मंशा से उपरोक्त कार्यवाही की जा रही है . जिससे जनसामान्य में असुरक्षा की भावना की साथ ही साथ शासन के प्रति क्षोभ उत्पन्न कर नगर में अशांत एवं वर्गसंघर्स का वातावरण निर्मित किये जाने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है । वास्तव में निस्तार पत्रक में भूमियो की स्थिति इस प्रकार है खसरा नं . 2520 , 2547 में कबरिस्तान , खसरा नं . 2507 में छ.ग. शासन ( आबादी मद में दर्ज ) जिसमें वर्षो से लोग मकान बनाकर निवासरत होकर नगर पंचायत पेण्ड्रा में कर अदा करते चले आ रहे है । खसरा नं . 483/2 छ.ग. शासन की महत्वपूर्ण भूमि जो शहर सीमा के अंदर है जिसका उपयोग नवनिर्मित जिले में आवश्यक कार्यालय अथवा जनसुविधा उपयोग हेतु भूमि को एक समुदाय विशेष को हस्तांतरित कर जनमानस में आकोस उत्पन्न करने का कुत्सित प्रयास किया गया है । वही नागरिक अधिकार मंच के सदस्यों ने इस प्रकरण की सूक्ष्म जाँच करा जनमानस की आशा के अनुरूप अवैधानिक कार्यवाही को अपास्त कर दोषियो व्यक्तियो के खिलाप कठोरतम कार्यवाही किये जाने की मांग की गई है ।




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