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डेक्सामेथासोन इंजेक्शन के उपयोग पर राज्यभर में लगी रोक, कोलकाता से रिपोर्ट आने का इंतज़ार

बीलासपुर.डेक्सामेथासोन इंजेक्शन के उपयोग पर राज्यभर में रोक लगा दी गई है। इसके लिए एक पत्र मंगलवार की शाम संचालक स्वास्थ्य सेवाएं रानू साहू ने प्रदेश के सभी सीएमएचओ को जारी किया है। इसमें निर्देश दिए गए हैं कि जब तक कोलकाता से रिपोर्ट नहीं आ जाती तब इस इंजेक्शन का उपयोग कहीं भी न किया जाए। सीएमएचओ को यह भी निर्देश जारी किए गए हैं कि वह तत्काल प्रभाव से यह कार्यवाही करें,जिससे कोई हानि न हो सके। इसके अलावा मोतियाबिंद के ऑपरेशन को लेकर भी निर्देश जारी किए हैं।


मोतियाबिंद के ऑपरेशन को लेकर निर्देश जारी किए गए हैं कि मरीज को एक दिन पहले भर्ती किया जाए तथा ऑपरेशन हो जाने के बाद 2 दिन तक अस्पताल में रखा जाए। जिससे यदि संक्रमण होता है तो मरीज की आंख बचाई जा सके। मोतियाबिंद मुक्त राज्य के लिए यह भी सुनिश्चित किया जाए कि शिविर लगाकर या फिर लाइफलाइन में ज्यादा संख्या में एक साथ आॅपरेशन नहीं किए जाएं। इसके अलावा राज्य के बाहर से आने वाले एनजीओ के साथ बिना अनुमति के कोई अनुबंध न करें। पहले उनकी योग्यता, अनुभव तथा क्षमता का पता लगाया जाए जिससे किसी प्रकार का नुकसान नहीं हो सके। हिदायत भी दी है कि जो प्रोटोकॉल है उसका पूरी तरह से पालन किया जाए।

इसलिए निकाला यह आदेश

23 फरवरी को राजनांदगांव में क्रिश्चियन फेलोशिप हॉस्पिटल में आंखों के अॉपरेशन के बाद संक्रमण फैल गया था जिससे कुछ मरीजों की आंखों की रोशनी चली गई थी। जब जांच की गई तो पता चला कि सूजन कम करने के लिए जिन मरीजों को डेक्सामेथासोन इंजेक्शन लगाया गया था उन्हें ही यह परेशानी हुई। इंजेक्शन की जांच की गई तो पता चला कि इसमें ही कीटाणु था जिससे यह हादसा हो गया। इसके बाद इंजेक्शन का सैम्पल लेकर जांच के लिए कोलकाता भेजा गया है। जिस इंजेक्शन के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई है उसका बैच नम्बर एमवी 7138, निर्माण होने की तारीख 10-2017 तथा एक्सपायरी डेट सितम्बर 2019 है।

हां पत्र मिल गया है, जारी कर दिए हैं आदेश
बिलासपुर के सीएमएचओ डॉक्टर बीबी बोर्डे ने बताया कि संचालक स्वास्थ्य सेवाएं का पत्र मिल गया है। इसके मिलने के बाद जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज तथा सभी ब्लॉक को सूचित कर दिया गया है कि जब तक नए निर्देश नहीं मिलते तब उक्त इंजेक्शन का प्रयोग नहीं किया जाए। हम यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि कहीं इस बैच के इंजेक्शन भेजे तो नहीं गए।





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