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भतीजे ने अपनी विधवा चाची को सब्बल से पीट-पीट कर मार डाला ...

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में भतीजे ने अपनी विधवा चाची की हत्या कर दी। युवक ने सब्बल से महिला के पेट और सिर पर हमला कर दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

 परिजनों का कहना है कि आरोपी ने पहले भी मशाल लेकर घर जलाने का प्रयास किया था, लेकिन शिकायत के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। नाराज परिजनों ने थाने में जमकर हंगामा किया। वारदात रतनपुर थाने की है।

रतनपुर के करैहापारा में रहने वाली सुरेखा पाटले (30) अपने पति जगदीश पाटले की मौत के बाद रोजी-मजदूरी करती थी और तीन बच्चों के साथ रहती थी। सोमवार शाम करीब 6 बजे सुरेखा पानी भरने के लिए मोहल्ले के सार्वजनिक नल के पास गई थी। 

उसी समय उसका भतीजा मुकेश उर्फ चिंटू पाटले (24) सब्बल लेकर पहुंचा। उसने महिला के सिर और पेट में ताबड़तोड़ हमला कर दिया। महिला खून से लथपथ होकर जमीन में गिर गई। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

आसपास के लोगों ने मुकेश को हमला करते देखा, तो उन्होंने शोर मचाया, लेकिन तब तक महिला की मौत हो चुकी थी। वारदात के बाद आरोपी मुकेश सब्बल फेंककर वहां से भाग निकला। लोगों ने इसकी सूचना महिला के परिजनों और पुलिस को दी।

 सूचना मिलते ही मौके पर TI यूएन शांत कुमार साहू और उनकी टीम पहुंच गई। पुलिस ने महिला के शव का पंचनामा कर उसे अस्पताल भेज दिया। इसके साथ ही पुलिस ने आरोपी मुकेश की तलाश में जुट गई।

शव उठाने को लेकर परिजन भड़क गए। थाने पहुंच कर हंगामा करने लगे। परिजनों का आरोप है कि पुलिस इतनी तत्परता पहले दिखाती तो उनकी बहू की हत्या नहीं होती। पुलिस देर रात आरोपी को गिरफ्तार कर थाने पहुंची तो परिजनों का आक्रोश भड़क गया। 

उन्होंने आरोपी की पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान पुलिसकर्मियों से भी धक्कामुक्की हुई।पुलिस ने उन्हें नियंत्रित करने के लिए लाठियां लहराई, तो उन्होंने पथराव कर दिया। इसके चलते स्थिति तनावपूर्ण हो गई।

हालांकि पुलिस ने किसी तरह परिजनों को समझाकर शांत किया। परिजनों ने बताया कि मुकेश आए दिन विवाद कर मारपीट करता था। वह मशाल लेकर महिला के घर को जलाने भी पहुंचा था। महिला और परिजनों ने चार-पांच बार थाने में शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई। यही वजह है कि आरोपी मुकेश का हौसला बढ़ गया और उसने अपनी चाची की हत्या कर दी। परिजन इस वारदात के लिए पुलिस को दोषी ठहराते रहे।

ढाई साल पहले मृतिका सुरेखा पाटले के पति जगदीश की मौत हो गई थी। वह अपने तीन मासूम बच्चों की सहारा थी। महिला की मौत के बाद अब तीनों बच्चों के सिर से मां का छाया भी छीन गया है। उनके बच्चे 10 साल, 6 साल और ढाई साल के हैं।




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