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बागबाहरा : रास्ता रोक कर अपनी बहन को देने से क्यो मना कर रहा हैं कहकर जमकर पिटाई

बागबाहरा थाना अंतर्गत ग्राम कोटरीपानी में रास्ता रोक कर अपनी बहन को देने से क्यो मना कर रहा हैं कहकर जमकर पिटाई, जिसपर मामला दर्ज किया किया गया है.
तुलसी राम गोड ने पुलिस को बताया कि वह ग्राम कोटरीपानी का रहने वाला है । उसके पिताजी का पिछले एक वर्ष पूर्व फौत हो गया है उसकी छोटी दो बहने है जिनकी जवाब दारी उसके उपर है बडी वाली बहन निरात्री गोड है उसका मामा गांव बांधापारा है जहां उन लोगों का हमेशा आना जाना होते रहता है इस कारण उसकी बहन निरात्री गोड एवं बांधापारा का चैतराम गोड के बीच आपस में मेल मिलाप जान पहचान हो गया इस कारण चैतराम गोड निरात्री को बात चीत करने के एक मोबाईल दिया था जिसका एक माह पूर्व उसे उसके मोबाईल देने एवं दोनों का आपस में गुप चुप बात करना पता चला जिससे वह निरात्री से उसका मोबाईल ले लिया एवं चैतराम से बात चीत करने मिलने जुलने से मना किया था जिससे उसकी बहन भी मान गयी थी और चैतराम के साथ बात चीत करना बंद कर दी थी।
05 सितंबर 2022 को चैतराम का बडा भाई संतोष गोड एवं उनका एक अन्य रिश्तेदार उसकी बहन को विवाह के लिये रिश्ता मांगने उसके घर आये थे जिन्हे वे लोग निरात्री का अभी विवाह नही करेगें कहकर लडकी देने से मना कर दिये थे।

06 सितंबर 2022 को वह अपने खेत भालुचुआं खार से देखकर वापस अपने मो0सा0 से आ रहा था करीब दोपहर 04/30 बजे गुलझर बांध के उलट के सामने आम रास्ता में पहुचा था कि उसके पीछे से चैतराम एवं राकेश गोड अपनी हीरो होण्ड मो0सा0 से आये एवं उसे ओंवर टेक कर उसके मो0सा0 के सामने अपने मो0सा0 को टिकाकर उसका रास्ता रोक लिये एवं तु अपनी बहन को देने से क्यो मना रहा है कहकर मां बहन की गंदी गंदी गालियां देते दोनों एक राय होकर उसे राकेश गोड पीछे से पकड लिया और चैतराम हाथ मुक्का से मारते रहा वह बीच बचाव करने की कोशिश कर रहा था तो चैतराम पास में पडे एक पत्थर को उठाकर उसके सिर में मारा जिससे उसके सिर से खून निकलने लगा।
पीछे से आ रहे गांव के प्रेम सिंग गोड तथा रतन गोड घटना को देख सुनकर उन्हे तुलसी राम गोड को क्यो मार रहे हो कहकर चिल्लाये तब वे लोग उसे तुम्हे देख लेगें हमारे खिलाफ रिपोर्ट करोगे तो तुम्हे जान से मार देगें कहकर धमकी देते वहां से चले गये।
मामले की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के विरूद्ध अपराध धारा 294-IPC, 323-IPC, 34-IPC, 341-IPC, 506-IPC अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।




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