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RSS सरसंघसंचालक मोहनराव भागवत ने किया स्व.दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा का अनावरण, डॉ.रमन सिंह, अरुण साव, बृजमोहन अग्रवाल, नारायण चंदेल, डॉ.सम्पत अग्रवाल सहित भाजपा दिग्गज नेता हुए शामिल

जशपुर : जन जातीय गौरव दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सरसंघसंचालक मोहनराव भागवत ने रणजीता स्टेडियम जूदेव चौक में युवा हृदय सम्राट, हिंदूकुल तिलक, घर वापसी के महानायक ,भाजपा के कद्दावर नेता स्व.कुमार दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा का अनावरण किया।जय जूदेव के नारे की गूंज से पूरा शहर में गूंज उठा , विजय विहार पैलेस पहुंचकर रानी साहिबा माध्वी देवी, रणविजय सिंह जूदेव, प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, विक्रमादित्य सिंह जूदेव, रानी साहिबा जया सिंह जूदेव, विजय आदित्य सिंह जूदेव, शौर्यप्रताप सिंह जूदेव व राजपरिवार से मुलाकात की साथ ही कई मुद्दों पर चर्चा करने बाद यहाँ के मूख्यालय स्थित बिरसा मुण्डा चौक पहुंचकर माल्यार्पण किया.

इसके पश्चात स्व.कुमार दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा का अनावरण किया. इसके बाद कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना हुए,जहां उपस्थित लोगों को संबोधित किये,इस कार्यक्रम में भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव, संगठन महामंत्री पवन साय , संगठन मंत्री विजय शर्मा,संगठन मंत्री ओपी चौधरी, विधायक व पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, संगठन महामंत्री पवन साय, प्रदेश उपाध्यक्ष निर्मल सिन्हा, पूर्व मंत्री राम विचार नेताम, युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत, महासमुंद जिला प्रभारी जगन्नाथ पाणीग्रही, नीलांचल सेवा समिति संस्थापक व नगर पंचायत बसना पूर्व अध्यक्ष एवं डॉ.सम्पत अग्रवाल, भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष महासमुंद एवं जिला जांजगीर संगठन सह प्रभारी इंद्रजीत सिंह गोल्डी, पूर्व संसदीय सचिव सुनीधी राठिया,किसान मोर्चा प्रदेश मंत्री गौरीशंकर श्रीवास, सतप्रीत सिंह सलुजा सहित दिग्गज भाजपा नेता शामिल हुए एवं स्व.कुमार दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा में पुष्प अर्पित किये. इस दौरान वनवासी कल्याण आश्रम सहित आदिवासी समुदाय व क्षेत्रवासी लोग लाखों की संख्या में लोग उपस्थित रहें।

स्व.दिलीप सिंह जूदेव का जन्म 8 मार्च 1949 को जशपुर के तत्कालीन शाही परिवार में हुआ था। स्वतंत्रता के बाद रियासत अविभाजित मध्य प्रदेश के रायगढ़ जिले का हिस्सा बन गई। साल 2000 में जब मध्य प्रदेश के अलग होकर छत्तीसगढ़ नामक नया राज्य अस्तित्व में आया, तो जशपुर नए राज्य का हिस्सा बन गया। जूदेव के पिता राजा विजय भूषण सिंह देव जशपुर के अंतिम शासक थे।

जूदेव तीन बार (1992, 1998 और 2004) राज्यसभा के लिए चुने जाने के बाद, साल 2009 में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से लोकसभा सांसद चुने गए। वह प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार में पर्यावरण और वन राज्य मंत्री भी थे। वह आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद (VHP) के सदस्य भी थे।
     
जूदेव आदिवासियों के बीच घरवापसी (ईसाई बने आदिवासियों को हिंदू बनाने) का चेहरा (Ghar Wapasi campaigner) रहे हैं। वह उन आदिवासियों के पैर धोकर हिंदू धर्म में परिवर्तित कराते थे, जिन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया था। जूदेव ईसाई धर्मांतरण को विदेशी षडयंत्र मानते थे। 2009 के लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान उन्होंने बिलासपुर जिले के अखरार गांव में कहा था, "मैं बहुत यात्राएं की हैं। मैं कई देशों में मिशनरियों द्वारा अपनाई गई रणनीति को जानता हूं। यह सिर्फ धर्मांतरण नहीं है, यह देश के चरित्र को बदलने की ओर ले जाएगा। हिंदू मंदिरों के पास क्रॉस आ गया है। क्या हम वेटिकन में कहीं भी हनुमान मंदिर का निर्माण कर पाएंगे? मैं ईसाइयों के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन केवल धर्मांतरण के खिलाफ हूं। मैंने खुद रांची के एक ईसाई संस्थान में पढ़ाई की है।"




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