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पिथौरा : मुख्यमंत्री निर्देश के बाद भी नहीं बना महिला का राशनकार्ड, अब उपसरपंच मारता है ताने...

पिथौरा विकासखंड के ग्राम ब्राम्हनपुरी की महिला का राशनकार्ड मुख्यमंत्री के निर्देश देने के बावजूद भी नहीं बन पाया है, जबकि महिला के शिकायत करने पर अब उसे गाँव का उपसरपंच राशनकार्ड बन गया कहकर ताने मारने लगा है.

13 दिसंबर को बसना विधानसभा के ग्राम पिरदा में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जहाँ  प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आमजनों से चर्चा की, उनकी समस्या सुनी और उसका त्वरित निराकरण भी किया.

पिरदा में आयोजित इस कार्यक्रम में पिथौरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत बरेकेल के आश्रित ग्राम ब्राम्हनपुरी की रतनी बाई ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपने राशनकार्ड से जुड़ी समस्या बताई. रतनी बाई ने बताया कि उसका राशन कार्ड अब तक नहीं बन पाया है. आवेदन देने के बावजूद सरपंच सचिव उसे आज,कल में बना देने की बात कहकर टालते रहते हैं.

रतनी बाई की समस्या सनते ही मुख्यमंत्री ने ग्राम पंचायत बरेकेल के सचिव और सरपंच को माइक के माध्यम से पुकारा, जिनके अनुपस्थित होने पर मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद कलेक्टर को तत्काल रतनी बाई के लिए राशन कार्ड बनाने हेतु निर्देशित किया.

आज 16 दिसम्बर को जब ग्राम पंचायत बरेकेल के सरपंच से संपर्क कर यह जानने का प्रयास किया गया कि क्या महिला का राशनकार्ड बन गया है ? तो सरपंच ने महिला के राशनकार्ड बन जाने की जानकारी दी. जब राशनकार्ड मिल जाने की बात सुनकर कुछ पत्रकार महिला के घर पहुंचे तो सच्चाई कुछ और निकालकर सामने आई.

मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद भी अब तक रतनी बाई का राशनकार्ड नहीं बन पाया है. वहीं मुख्यमंत्री से शिकायत करने के बाद अब रतनी बाई को उसके गाँव में राशनकार्ड बन गया करके उपसरपंच ताना मारने लगा है.

रतनी बाई ने बताया कि करीब 10 वर्ष पूर्व गाँव के पूर्व सरपंच बाबूलाल ने राशनकार्ड से उनका नाम काट दिया था, जिसके बाद अब तक महिला का राशनकार्ड नहीं बन पाया.

इसके बाद जब रतनी बाई ने गाँव के नए सरपंच से राशनकार्ड बनाने कहा तो उसने राशनकार्ड बनाने के लिए 3 हजार रुपये की मांग की जिसे लेकर भी सरपंच ने रतनी बाई को अब तक राशनकार्ड बनाकर नहीं दिया. जिसके बाद रतनी बाई को मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी समस्या रखनी पड़ी. और अब ताने सहने पड़ रहे हैं.




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