जशपुरनगर : भुगतान के एवज में रिश्वत मांगने का लगाया आरोप, कलेक्टर के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन.
बगीचा के विकासखंड के शिक्षा अधिकारी को लेकर उठा विवाद, गुरूवार को उस समय गहरा गया, जब वेतन से वंचित विशेष संरक्षित पहाड़ी कोरवा वर्ग के सहायक शिक्षक और भृत्य एकजुट हो कर, राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु को कलेक्टर के माध्यम से ज्ञापन सौंपने जशपुर पहुंचे।
इन पहाड़ी कोरवाओ ने ज्ञापन में सरगुजा संभाग के आयुक्त संजय अलंग के निर्देश के बाद भी मामले की जांच ना करने का आरोप लगाया है। ज्ञापन में पहाड़ी कोरवाओं ने बताया है कि उन्होनें बीईओ मनीराम यादव द्वारा जानबूझ कर वेतन भुगतान ना करने और भुगतान के एवज में रिश्वत मांगने की शिकायत सरगुजा संभाग के कमीश्नर से करते हुए, पूरे मामले की जांच और कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन, अब तक ना तो आयुक्त स्तर पर और ना ही जिला प्रशासन के स्तर पर इस मामले में कोई जांच की गई है और ना ही उन्हें लंबित वेतन का भुगतान किया गया है।
पहाड़ी कोरवाओं ने बताया कि कोरवा समाज के शिक्षित युवाओं को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सरकार ने 2023 में सीधी भर्ती के माध्यम से सहायक शिक्षक, भृत्य और सहायक ग्रेड स्तर पर शिक्षित कोरवाओं की नियुक्ति की थी।
नियुक्ति के बाद युवाओं ने अपनी पूरी क्षमता से पदों के निर्धारित दायित्व का निर्वाहन किया। लेकिन,बगीचा ब्लाक में बीईओ मनिराम यादव ने मनमानी करते हुए 17 सहायक शिक्षक और 1 सहायक ग्रेड 3 का 6 माह से वेतन अवरूद्व कर दिया है। जिससे, इन कर्मचारियों के परिवार के सामने आर्थिक समस्या खड़ी हो गई है।
ज्ञापन में कोरवाओं ने बताया कि सरकारी नौकरी के चक्कर में वे खेतीबाड़ी से भी दूर हो चुके हैं। ऐसे में वेतन ना मिलने से उनके सामने भूखमरी की नौबत आ गई है। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु को सौपे गए ज्ञापन में पहाड़ी कोरवाओं ने ब्याज समेत लंबित वेतन का भुगतान और रिश्वत मांगने वाले बीईओ के विरूद्व कार्रवाई की मांग की है।
एमआर यादव, बीईओ, बगीचा ने कहा
लंबे समय से अनुपस्थित दो कर्मचारियों को छोड़ कर, शेष सभी का वेतन भुगतान कर दिया गया है। वेतन भुगतान के लिए रिश्वत मांगने का आरोप पूरी तरह से निराधार है।