news-details

नंद उत्सव के निमित्त गोकुल-धाम बना बागबाहरा का सशिमं परिसर

हेमसागर यादव बागबाहरा. श्रीकृष्ण पूजन और दही-लूट के साथ ही जीवंत झाँकियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों का मन मोह लिया.



बागबाहरा। स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में परंपरानुसार इस वर्ष भी जन्माष्टमी के अवसर पर नंद-उत्सव 31 अगस्त शनिवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। 


इस अवसर पर श्रीकृष्ण पूजन, झाँकी प्रदर्शन, दही लूट एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन रखा गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि l ऊर्मिला पुरोहित (धर्मपत्नी : अनिल पुरोहित) थीं। कार्यक्रम की अध्यक्ष विद्यालय संचालन समिति की उपाध्यक्ष l श्रद्धा चंद्राकर एवं विशेष अतिथि l खुशबू चक्रधारी (अध्यक्ष : मंदिर चलो समिति महिला विंग), हेमकुमारी साहू (सरपंच : ग्राम पंचायत, कसहीबाहरा) एवं विद्यालय संचालन समिति सदस्य एवं पूर्व वरिष्ठ आचार्य राही शर्मा थीं।


कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा भगवान श्रीकृष्ण का पूजन एवं दीप प्रज्जवलन कर किया। विद्यालय के भैया/बहिनों द्वारा श्रीकृष्ण की स्तुति एवं आरती का गायन किया। मुख्य अतिथि का स्वागत विद्यालय की कन्या भारती अध्यक्ष  बहिन भोजवती चक्रधारी एवं कार्यक्रम अध्यक्ष का स्वागत विद्यालय की सांस्कृतिक प्रमुख कु. सीमा ठाकुर तथा विशेष अतिथियों का स्वागत प्राथमिक विभाग प्रमुख सुनीता गुप्ता एवं भुवनेश्वरी नेताम ने किया। अतिथि परिचय विद्यालय के प्राचार्य नंदूराम निर्मलकर ने दिया। अतिथियों ने अपने उद्बोधन में कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर संस्कार से परिपूर्ण शिक्षा देने वाला एक मात्र विद्यालय है जो इस प्रकार के आयोजन करके संस्कार एवं संस्कृति की शिक्षा देता है। इस अवसर पर कारसेवा के लिए अयोध्या जाने वाले कारसेवक प्राचार्य नंदूराम निर्मलकर और आचार्य सुन्दर यादव का सम्मान भी अतिथियों ने किया। खो-खो की क्षेत्रीय प्रतियोगिता के लिए चयनित विद्यालय की टीम को विद्यालय की पूर्व प्राचार्य तारा शर्मा और पूर्व आचार्य  राही शर्मा ने सम्मानित किया।



नंद उत्सव के निमित्त गोकुल-धाम बने विद्यालय परिसर में भैया/बहिनों द्वारा प्रदर्शित जीवंत झाँकियों में कक्षा चतुर्थ/पंचम् से गोर्वधन पर्वत, कक्षा षष्ठ् से चक्रव्यूह का भेदन (प्रथम), कक्षा सप्तम् से सांदीपनी आश्रम, कक्षा अष्टम से श्रीकृष्ण का पारिवारिक चित्रण, कक्षा नवम् से द्रौपदी स्वयंवर, कक्षा दशम् से तुलादान, कक्षा एकादश से दशावतार एवं कक्षा द्वादश से श्री लक्ष्मीनारायण का शेष शैया के जीवंत प्रदर्शन ने दर्शकों का मन मोह लिया। इसी प्रकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रारंभ कक्षा चतुर्थ की प्रस्तुति गणेश वंदना से हुआ। सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत समूह नृत्य, डांडिया, सुआ नृत्य, रक्तबीज थीम (काली माता), शिव तांडव थीम एवं राउत नाचा आकर्षण के केन्द्र रहे। तत्पश्चात् दही लूट के कार्यक्रम में उपस्थित जनों ने अपनी सहभागिता दिखाते हुए भरपूर आनंद लिया। कार्यक्रम का संचालन बहिन पौरवी देवांगन एवं साधना देवांगन ने किया। पूजन विधि लोमस महाराज ने सम्पन्न कराई, कार्यक्रम के समापन के पश्चात प्रसाद वितरण किया गया। आचार्या श्रीमती सुनीता गुप्ता ने अतिथियों एवं अभ्यागत अभिभावकों सहित कार्यक्रम की सफलता में सहयोंग करने वाले बंधुओं-भगिनियों के प्रति आभार व्यक्त किया।




अन्य सम्बंधित खबरें