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सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स, लंबित पड़े कार्यों को लेकर हो गया तबादला, हिमाचल की अफसर को रील बनाना पड़ा महंगा!

सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स वाली हिमाचल की लेडी एचएएस अफसर ओशिन शर्मा का सुक्खू सरकार ने तबादला कर दिया है। संधोल की तहसीलदार रहीं ओशिन को सरकार ने अब कोई स्टेशन नहीं दिया है। उन्हें शिमला में डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल में रिपोर्ट करने को कहा गया है। कुछ दिनों पहले ही ओशिन शर्मा को एसडीएम धर्मपुर ने लंबित पड़े कार्यों को लेकर नोटिस जारी किया था। डीसी मंडी द्वारा धर्मपुर उपमंडल के कार्यों की समीक्षा के बाद जब कार्य संतोषजनक नहीं पाया गया तो उसी आधार पर यह नोटिस जारी हुआ था।

दरअसल, कुछ समय पहले मंडी के DC अपूर्व देवगन ने जब उनके काम की समीक्षा की थी। तब खुलासा हुआ कि ओशिन के कई प्रशासनिक कार्य समय पर नहीं किए जा रहे। इससे आम जनता भी परेशान है। जिसके बाद उन्होंने SDM को कार्रवाई के लिए आदेश दिए।

बता दें कि ओशिन शर्मा सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा एक्टिव रहती हैं और उनके फॉलोवर्स की संख्या लाखों में हैं। ऐसे में जब उनके नोटिस की खबर मीडिया में आई तो वह सोशल मीडिया पर ट्रोल होने लग गई थी। इसके बाद अब उनके तबादला आदेश आने से कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि 12 सितंबर को जारी हिमाचल प्रदेश सरकार के तबादला आदेशों में 7 एचएएस अधिकारियों को बदला गया है। इनमें से 4 अधिकारी ऐसे हैं, जिन्हें कोई स्टेशन नहीं दिया गया और उन्हें शिमला में डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल में रिपोर्ट करने को कहा गया है। इन चार अधिकारियों में ओशिन शर्मा के साथ अर्शिया शर्मा, शिखा और मोहित रत्न का नाम भी शामिल है।

ओशिन शर्मा मूल रूप से चंबा जिले के भरमौर से हैं, लेकिन इनके पिता धर्मशाला में सेवारत थे और फिर वह परिवार सहित यहीं शिफ्ट हो गए थे। 25 अप्रैल 2021 में ओशीन की शादी धर्मशाला से तत्कालीन भाजपा विधायक विशाल नेहरियां से हुई थी। लेकिन बाद में उन्होंने विशाल पर मारपीट और टॉर्चर करने के आरोप लगाए थे। हालांकि, अब दोनों कानूनी तौर पर अलग हो गए हैं। ओशिन शर्मा ने एक इंटरव्यू में बताया था कि सिविल सर्विसेज में जाने की कोई इच्छा नहीं थी। मैं पत्रकार बनना चाहती थी। लेकिन घरवालों ने कहा कि मैं पढ़ाई अच्छी थी तो इसलिए मां और पिता चाहते थे कि में सिविल सर्विस में जाऊं। उन्हीं का यह सपना था।




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