बसना : जांचकर्ता अधिकारी ने बरती उदासीनता, आवश्यक कार्यवाही हेतु डीपीआई रायपुर को चिट्ठी
जांचकर्ता अधिकारी मीता मुखर्जी के द्वारा कई बार जांच के लिए विभागीय पत्र पाने के बाद भी जांच पूर्ण नही किया। आरोप है कि जानबूझकर अपने कनिष्ठ अधिकारियो को बचाने के लिए विलंब की है। इसका नियमित शिकायत होने पर संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग रायपुर ने जांचकर्ता अधिकारी के विरूद्व कार्य के प्रति उदासीनता बरतने का कारण बताकर आवश्यक कार्यवाही के लिए डीपीआई रायपुर को पत्र भेजा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीईओ कार्यालय बसना के अन्तर्गत फीरूलाल बाघ शिक्षक का सेवानिवृत्ति के बाद शासन के नियम विपरीत उसकी पुर्ननियुक्ति किया गया है। शासकीय कोष को क्षति पहुंचाया है। इसमें वर्तमान बीईओ जे0आर0डहरिया एवं हिमांशु भारती तात्कालीन डीईओ महासमुन्द की मिलीभगत का आरोप लगाकर आरटीआई कार्यकर्ता विनोद कुमार दास ने 09/09/2022 को लिखित शिकायत सुनील जैन आइएएस तात्कालीन संचालक डीपीआई रायपुर को किया।
शिकायत में 06/10/2022 को जांच करने के लिए श्रीमती मीता मुखर्जी तात्कालीन उप संचालक संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग रायपुर को जांचकर्ता अधिकारी नियुक्त करके अभिमत सहित जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का आदेश दिया।
विदित हो कि आरटीआई कार्यकर्ता विनोद कुमार दास का आरोप है कि मीता मुखर्जी जब महासमुन्द डीईओ के पद में पदस्थ थी, तब बीईओ जे0आर0डहरिया एवं हिमांशु भारती से विभागीय कार्य से घनिष्ठ संबंध थे। इस कारण जांचकर्ता अधिकारी नही चाहती है कि जांच निष्पक्ष पूर्ण हो। क्योकि जांच होने पर ये दोनो दोषी साबित होंगे। दोनो के विरूद्व कार्यवाही हो सकता है।
संभागीय संयुक्त संचालक ने अपने कार्यालय से कई बार नोटिस जारी किया। लेकिन जांचकर्ता अधिकारी के द्वारा जांच पूर्ण नही करने व जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत नही किये जाने पर कार्य के प्रति उदासीनता मानकर आवश्यक कार्यवाही के लिए 06/11/2024 को डीपीआई रायपुर को चिटठी भेजकर जानकारी से अवगत कराया है।