
जिला जेल महासमुंद में तनाव प्रबंधन के विषय पर कार्यशाला सम्पन्न हुआ.
7 मार्च 2025 को एन एच एम, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिला जेल महासमुन्द में बंदीय और स्टॉफ के साथ तनाव प्रबंधन कार्यशाला आयोजित किया गया, डॉ पी कुंदेशिया सी एमएचओ, श्री मती नीलू घृतलहरे डीपीएम, व डॉ सी पी चंद्राकर नोडल अधिकारी मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के समन्वय से किया गया. बंदियों को आत्महत्या के लक्षण जैसे मन का उदास होना, नींद ना आना, गुस्सा करना अपने आपको नुकसान पहुंचना, नशा का आदि होना, आत्मविश्वास में कमी, रुचिगत कार्य में मन नही लगना, चिंता करना व्यवहार में परिवर्तन होना आदि.
रोकथाम के उपाय, अपना दैनिक दिनचर्या को ठीक रखे, आपसी समन्वय स्थापित करें, एक दूसरे से वार्तालाप करें, हल्का व्यायाम करें, प्रतिदिन योगा अभ्यास करें, अपना स्वयं की सफाई करें, मोटिवेशन, मनोरंजन जैसे किताब पढ़े, खेल आदि का आनंद ले. टी वी देखे, डीप ब्रिथिंग बलून आदि. जेल उप अधिक्षक मुकेश कुमार कुशवाहा उपस्थित हुये. मेडिकल कालेज सह जिला अस्पताल महासमुंद से रामगोपाल खूंटे मनोरोग सामाजिक कार्यकर्ता, खोमन लाल साहू सेकेट्रीक नर्स व टीम द्वारा 108 बंदियों व स्टॉफ के कार्यशाला किया गया.