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कॉपी के फटे हुए पन्नो से पुलिस ने सुलझाई गुत्थी, पैसों के लाचल में ठंडाराम यादव के पड़ोसी ने अपने साले के साथ मिलकर दिया हत्या को अंजाम, भाई ने दी थी सुपारी

आंवलचक्का हत्याकांड को पुलिस द्वारा सुलझा लिया गया है.  हत्याकांड के 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर महासमुंद जिला पुलिस कार्यालय भेजा गया है.

इससे पहले 6 जनवरी 2019 को प्रार्थिया शोगा यादव ने सरायपाली थाना पहुंचकर सूचना दी की मेरा पति ठंडाराम यादव दिनांक 04 जनवरी से गायब है एवं उसकी मोटर सायकल क0 सीजी 06 जीडी 7617 जली हुई अवस्था में भंवरपुर के पास जमदरहा के जंगल में मिली है.

प्रार्थिया को शक था कि उसके पत्ति की हत्या कर दी गई है, जिसके बाद सरायपाली थाना में ठंडाराम यादव के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना सारे बिन्दुओं को शामिल कर जाँच की जा रही थी.

पुलिस जाँच के दौरान 07 जनवरी को ठंडाराम यादव के घर बाहर एक पत्र मिला जिसमें 07 लाख रूपयें फिरौती की मांग की गई. पुलिस ने बताया कि फिरौती मांगने वाला ग्राम अर्जुनी के पास 07 लाख रूपयें लाने की बात कही और फिरौती नही देने पर ठंडाराम यादव को जान से माने की धमकी दी.

पुलिस ने बताया कि फिरौती मांगने वाले ने जो संम्पर्क नम्बर दिया था वह 9 अंको का था. जिससें फिरौती मांगने वाले (आरोपी) तक संम्पर्क नही हो पा रहा था. पुलिस के लिए यह चुनौती थी कि ठंडाराम यादव को अपराधी के चंगुल से सकुशल बचाया जायें.

इसके बाद पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र शुक्ला ने अनुविभागी अधिकारी सरायपाली श्री राजीव शर्मा के निर्देशन में सरायपाली थाना प्रभारी श्रीमती मल्लिका बेनर्जी के नेतृत्व में थाना सरायपाली की एक टीम का गठन किया जो उन सारे बिन्दूओं पर त्वरित गति से जांच करें। जिससें ठंडाराम यादव की सकुशल वापसी की जा सकें.

इसी बीच 10 जनवरी को ठंडाराम यादव के घर के बाहर एक और पत्र मिला, जिसमें स्वयं ठंडाराम यादव के द्वारा गांव के सभी लोगो से माफी मांगने की बात कही गई थी एवं उसे खोजने के लिए पुलिस के पास जाने की जानकारी होना बताया गया.

इस पत्र में ठंडारास यादव गावं वालो को जानकारी देता है कि उसे एक लड़की ज्योति से प्यार हो गया है और वह 03 माह की गर्भवती हो गई है और उसे पैसे की जरूरत है. जिसके कारण वह अपने गाड़ी को बेचना चाहता है परन्तु कागजात में त्रुटि होने कारण उसे गाड़ी जलाना पड़ा. इसी प्रकार वह अपने मोबाइल को 6 हजार में बेचने की बात पत्र के माध्यम से कर अपनी पत्नी के उपर शंका जाहिर कर प्यार करने वाली लड़की ज्योति के डिलवरी के बाद ही वापस आने की बात कहता है. और इस दौरान उसे नही खोजने एवं पुलिस के पास नही जाने की बात कहता है.

इस पत्र के मिलने से सारा घटना कम एक नाटूकी मोड़ ले लेता है, पुलिस जिस ठंडाराम को खोज रही थी, वह ठंडाराम स्वयं पत्र के माध्यम से अपने होने का प्रमाण देता है परंतु इस पत्र के मिलने के साथ पुलिस को यह शंका उत्पन्न होती है कि ऐसा कोई न कोई व्यक्ति जरूर है जो ठंडाराम की मद्दद कर रहा है, या ठंडाराम स्वयं ही इस नाट्की घटनाक्रम को अंजाम दे रहा है.

इसके बाद पुलिस की टीम ने सारे संदेहियों की जन्म कुण्डली खंगालने लगती है जो इस घटनाकम में सम्मिलित हो, जिसमे  पुलिस को ठंडाराम यादव के घर के सामने रहने वाले बसंत चौहान की गतिविधिया संदिग्ध लगती है.

इसके बाद जब पुलिस बसंत चौहान के घर जाकर उससे पूछताछ करने लगती है और बरांत चौहान के हेण्डराईटिंग को चेक करने के लिए जब एक कापी की जाँच करती है तो कॉपी में कुछ पन्‍नें पुलिस को फटे मिलते है. पुलिस की टीम को जो पत्र प्रार्थिया शोगा यादव ने उपलब्ध कराये रहते है, उस पत्र के फटे हुये हिस्रों बरांत चौहान के कापी के फटे हुये पन्‍नों मिलते हुए आते जाते है.

इसके बाद जब पुलिस की टीम जब बसंत चौहान से  प्रारंभिक पूछताछ करती है तो वह पुलिस की टीम को गुमराह करने की कोशिश करता है  परंतु बसंत चौहान  से गहन पूछताछ करने पर वह टूट जाता है और बताता है कि ठंडाराग यादव के भाई बाबूलाल यादव पिता भगतराम यादव उम्र 40 निवासी आंवलाचक्का ने पैसों की लालच में ठंडाराग यादव के हत्या की घटना को अंजाम दिया.

बाबूलाल यादव ने उसे 81,000 रूपयें में ठंडाराम यादव के हत्या की सुपारी दी थी. बाबूलाल यादव और ठंडाराम यादव दोनो सगे भाई है. दोनो के बीच 3 एकड़ की पुस्तैनी जमीन को लेकर विवाद था. जिसके  कारण दोनो परिवारों के बीच आये दिन झगड़ा होता रहता था.

1 जनवरी  को बाबूलाल यादव एवं उसका पुत्र विजय यादव बसंत चौहान से सम्पर्क करते है और उसे पैसों का लालच देकर ठंडाराग यादव की हत्या करने के लिए राजी कर लेते है. और एक सुपारी किलर के  तौर पर 11,000 रूपयें बरांत चौहान को देते  है और बाकी 70,000 रूपयें हत्या हो जाने के बाद देने की बात कहते है.

बसंत बौहान इस सुपारी किलिंग में अपने साला शीतल चौहान पिता रायधर चौहान उम्र 22 वर्ष निवासी भंवरपुर को भी शामिल कर लेता है. और 4 जनवरी को बसंत चौहान फोन से ठंडाराम यादव की रात्रि 09 बजें भंवरपुर के पास छालबंद नाला के पास मोटर पंप ले जाने की बात कहकर बुलाता है.

इसके बाद ठंडाराम यादव छालबंद नाला के पास पहुंचता है तो  उसे बहला फुसलाकर पास स्थित मोहन चौधरी के खेत के पास वह ले जाते है और बसंत चौहान अचानक तेजी से ठंडाराम यादव का हाथ पकड़ कर गिरा देता है तथा शीतल चौहान अपने पास रखे कुल्हाड़ी से गिरे हुए ठंडाराम यादव के सिर पर ताबड़तोड़ हमला कर देता है. जिससे मौके पर ठंडाराम यादव की मृत्यु हो जाती है.

इसके बाद मृतक ठंडाराम यादव के शरीर को पैरा से पूरी तरह ढक देते है एवं उसके कपड़े को निकालकर जला देते है.

पुलिस की टीम  ने चारो आरोपी बसंत चौहान पिता साघुराम उम्र 34 वर्ष सा. आंवलाचक्का, शीतल चौहान पिता रायधर चौहान उम्र 22 वर्ष सा. भवंरपुर, विजय यादव पिता बाबूलाल यादव उम्र  25 वर्ष सा. आवंलाचक्का, बाबूलाल यादव पिता भगतराम यादव उम्र 40 वर्ष को गिरफ्तार कर बसंत चौहान एवं शीतल चौहान के कब्जे से फेकी गई कुल्हाड़ी एवं ठंडाराम यादव के नाम से लिखे गये पत्र वाली कॉपी जप्त किया गया है. एवं शीतल चौहान के पास से ठंडाराम यादव का मोबाईल जिसें शीतल चौहान ने अपने घर के सामने जमीन में दबाकर रखा था उसे  भी बरामद कर लिया गया है.

इस प्रकार पुलिस की टीम ने ठंडाराम यादव की गुमशुदगी जिसने पहले अपहरण का रूप लिया बाद में नाट्की रूप से स्वयं ठंडाराम यादव द्वारा कही चले जाने पर आकर टीक गई थी को त्वरित गति सुलझा लिया है.  जो अंतोतगत्वा ठंडाराग यादव के हत्या सुपारी किलिंग पर आकर ख़त्म हुई.

यह संपूर्ण कार्यवाही पुलिस अधीक्षक श्रीमान जित्तेन्द्र शुक्ला के मार्गदर्शन में अति0 पुलिस अधीक्षक श्री वेदब्रत सिरमौर एवं अनु0अधिकारी(पु) सरायपाली श्री राजीव शर्मा के निर्देशन में थाना प्रभारी सरायपाली श्रीमती मल्लिका बेनर्जी एवं थाना सरायपाली टीम द्वारा की गई.





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