
प्राचार्य प्रो डॉ अनुसुइया अग्रवाल के पहल पर व्यवसायी दिलीप कृष्णानी ने दान की किताबें
नगर के प्रतिष्ठित व्यवसायी दिलीप कृष्णानी द्वारा सी.ए. इंटरमीडिएट की अंग्रेजी माध्यम की 23 किताबें जिले के एकमात्र अंग्रेजी माध्यम महाविद्यालय स्वामी आत्मानंद महाविद्यालय महासमुंद को प्रथम बार दान में अंग्रेजी माध्यम की पुस्तकें प्राप्त हुई है । यह किताब उनकी पुत्री सुश्री कृष्णानी की है जिन्होंने महाविद्यालय के लाइब्रेरी में विद्यार्थियों के अध्ययन के लिए प्रदान किया गया । महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डॉ. अनुसुइया अग्रवाल डी.लिट ने इस कार्य की सराहना की है।
इस अवसर पर प्राचार्य ने कहा कि पुस्तकों का अपना महत्व है पुस्तकों से हमें ज्ञान मिलता है। किताबें हमारी सच्ची मित्र हैं, किताबें हमारी समस्याओं का समाधान करने हेतु मार्गदर्शन प्रदान करती हैं । उन्होंने कहा कि जिस प्रकार आत्मा के बिना शरीर खाली रहता है वैसे ही किताबों के बिना घर खाली रहता है।
उन्होंने बताया कि जो किताबें दान की गई है वह सी.ए. से संबंधित है चूंकि हमारे महाविद्यालय के बहुत से छात्र छात्राएं सी.ए, सी.एस, सी.एम.ए. की पढ़ाई करते हैं उन सभी विद्यार्थियों कें लिए ये पुस्तकें लाभदायक होगी इस अवसर प्राचार्य ने आव्हान किया कि महाविद्यालय में बुक बैंक की स्थापना की जाए इसके तहत जिनके पास भी अतिशेष किताबें हों वे अपनी किताबों को महाविद्यालय को दान कर पुण्य के भागी बन सकते हैं यह विदित हो कि ये किताबें निर्धन एवं जरूरतमंद विद्यार्थियों के काम आ सकेंगी। किताबें दान करने के लिए कृष्णानी को धन्यवाद ज्ञापित कर आभार प्रकट तरुण कुमार बांधे विभागाध्यक्ष वाणिज्य द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक प्रतिमा चंद्राकर, रवि देवांगन एवं ऑफिस स्टाफ शेष नारायण साहू जगतारण दास बघेल एवं कंप्यूटर ऑपरेटर नानक साहू उपस्थित रहे।