महासमुंद : सभी उपार्जन केंद्रों में अब तक कुल 1,64,161 मीट्रिक टन धान की खरीदी
राज्य सरकार के मंशानुरूप महासमुंद जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य पूरी ’पारदर्शिता, सुरक्षा और सुचारूता’ के साथ निरंतर जारी है। आज धान खरीदी का 16वां दिन है। जिले के 182 धान उपार्जन केंद्रों में आज दिनांक तक कुल 1,64,161 मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है तथा आज 05 दिसम्बर को 212.92 टन धान की खरीदी की जाएगी। इस प्रकार आज शाम तक कुल खरीदी 1,64,374 टन पहुंच जाएगी। किसान समर्थन मूल्य पर धान का उचित दाम मिलने से उत्साहित है तथा किसानों द्वारा ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों माध्यमों से टोकन कटवाकर शांतिपूर्वक अपनी उपज विक्रय के लिए ला रहे हैं।
कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के निर्देशानुसार खरीदी व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए प्रशासन, सहकारिता, राजस्व एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम द्वारा जिला स्तर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। केंद्रों में किसानों की सुविधा हेतु ’स्वच्छता, बैठने की व्यवस्था, प्राथमिक उपचार, तौल उपकरणों की नियमित जांच सुनिश्चित की गई है। सभी उपार्जन केंद्रों में केंद्रीय मॉनिटरिंग सिस्टम के माध्यम से प्रतिदिन खरीदी का आंकड़ा ऑनलाइन दर्ज किया जा रहा है।
अधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण कर गुणवत्तापूर्ण तुलाई, उचित व्यवस्था तथा किसानों को सुचारू सेवा सुनिश्चित की जा रही है। समितियों में धान की गिरदावरी (फसल पंजीयन) मिलान एवं सत्यापन का कार्य भी जारी है, ताकि अवैध विक्रय पर रोक लग सके। निगरानी दलों को 24×7 सक्रिय रखा गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अनियमितता पर तत्काल कार्रवाई किया जा सके। राइस मिलों को मिलिंग क्षमता के अनुसार धान उठाव, भंडारण और सुरक्षा मानकों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। भुगतान प्रक्रिया को तेजी से निपटाने के लिए बैंक व सहकारी समितियाँ समन्वय कर रही हैं। खरीदी केंद्रों से धान उठाव की प्रक्रिया भी प्रारम्भ हो चुकी है।
कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने जिले में धान खरीदी व्यवस्था को पारदर्शिता से चलाने हेतु अवैध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। इस क्रम में अब तक अवैध धान परिवहन, भंडारण एवं विक्रय से जुड़े 129 प्रकरण दर्ज किए गए। 12 राइस मिलों का भौतिक सत्यापन कर प्रकरण दर्ज किया गया है। कुल 141 प्रकरणों से संयुक्त टीम राजस्व, मंडी, सहकारिता एवं पुलिस विभाग द्वारा 22,530 क्विंटल धान जप्त किया गया है। जिसमें महासमुंद जिला छत्तीसगढ़ राज्य में अग्रणी स्थान पर है।