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कंस वध के साथ विराट धनुजात्रा का हुआ समापन

कंस वध देखने के लिए पहुंचे थे क्षेत्र के हजारों लोग

11 दिनों तक शहर में रहा मेला जैसा माहौल

सरायपाली. विगत 4 फरवरी से शुरू हुए धनुजात्रा का कल 14 फरवरी की रात कृष्ण द्वारा कंस वध के साथ समापन हुआ. बारिश व खराब मौसम के कारण एक दिन कार्यक्रम नहीं हो पाया था, जिसके कारण 10 दिवसीय कार्यक्रम को 11 दिनों में सम्पन्न किया गया. कंस वध देखने के लिए रात के 12 बजे तक दर्शकों का हुजूम कार्यक्रम स्थल पर डटा रहा.

भगवान श्री कृष्ण ने कंस के साथ युद्ध करते हुए जैसे ही उसका वध किया तो वहां मौजूद हजारों दर्शकों की ओर से भी भगवान श्री कृष्ण के जयकारों से पूरा मैदान गूंज उठा. समापन अवसर पर पूरा मैदान भक्तगणों से खचाखच भरा रहा.

शहर के सभी मार्गों में सड़क के किनारों का भाग किसी पार्किंग की तरह नजर आ रहा था. जिसे देखकर ही कार्यक्रम की भीड़ का अंदाजा लगाया जा सकता था. ओड़िशा के प्रसिद्ध धनुजात्रा का आयोजन सरायपाली में वर्तमान नगरपालिका अध्यक्ष अमृत पटेल एवं उनकी पत्नी श्रीमती सीता पटेल के प्रयास से विगत 2017 से किया जा रहा है.

इस वर्ष धनु जात्रा समिति बनायी गई थी, जिनके द्वारा समस्त कार्यक्रमों को सम्पन्न कराया गया. विगत 4 फरवरी से 14 फरवरी तक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें बस्ती सरायपाली को गोपपुर एवं नगर के हाई स्कूल मैदान को मथुरा नगरी का रूप दिया गया था.

हालांकि प्रतिवर्ष धनु जात्रा 10 दिनों तक चलता है, लेकिन इस वर्ष खराब मौसम के कारण बीच में 2-3 दिन व्यवधान उत्पन्न होने के कारण प्रसंगों को पूर्ण करने के लिए इसे 11 दिनों तक चलाया गया. कार्यक्रम के समापन पर अक्रूर, कृष्ण एवं बलराम को मथुरा लाने के लिए गोपपुर गए हुए थे. अक्रूर के साथ अपरान्ह 4 बजे से ही भगवान कृष्ण का नगर भ्रमण हुआ जिनका जगह-जगह स्वागत किया गया. कंस वध देखने के लिए शाम से ही मथुरा(हाई स्कूल मैदान) में लोगों की आवाजाही शुरू हो गई थी, जो रात तकहजारों की भीड़ में तब्दील हो गई. कृष्ण लीला के साथ-साथ लोग वहां के मीना बाजार का भी आनंद लेते रहे. अंत में रात के लगभग साढे“ 11 बजे भगवान कृष्ण द्वारा कंस वध के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ.

विगत तीन वर्षों से छिछिंदा बरगढ़ निवासी झसकेतन प्रधान कंस की भूमिका निभाते आ रहे हैं. समापन अवसर पर उनके द्वारा समस्त नगरवासियों को यातायात नियमों व पर्यावरण के प्रति सचेत किया गया. बस्ती सरायपाली तालाब को कालिंदी सरोवर का रूप दिया गया था, जहाँ कालिया दहन एवं गोपियों के वस्त्र हरण का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया.

अंतिम दिन कुबलया वध, अष्टमल्ल वध, शिव धनु भग्न, अग्रसेन का राज्याभिषेक आदि अन्य कार्यक्रम भी सम्पन्न हुए. 10 दिनों तक चले इस विशाल कार्यक्रम में प्रशासन के साथ नगर पालिका, पुलिस प्रशासन को भी अच्छी खासी मेहनत करनी पड़ी. प्रतिदिन बस्ती सरायपाली गोपपुर से लेकर मथुरा नगरी हाईस्कूल मैदान तक शाम होते ही जन सैलाब उमड़ पड़ता था. जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन को विशेष व्यवस्था करनी पड़ती थी.

समापन अवसर पर धनुजात्रा आयोजन समिति के संरक्षक नपा अध्यक्ष अमृत पटेल ने पुलिस व्यवस्था पर प्रसन्नता जाहिर की एवं एसडीएम, तहसीलदार, बिजली विभाग, नगर पालिका सीएमओ सहित प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग करने वाले सभी लोगों का भी कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आभार प्रकट किया.

आयोजन समिति के अध्यक्ष महेन्द्र बाघ ने कहा कि सभी के सहयोग से तीन वर्षों से यह कार्यक्रम चल रहा है, आगे भी इसी प्रकार सभी के सहयोग से कार्यक्रम करवाये जायेंगे. कार्यक्रम को सम्पन्न कराने में आयोजन समिति के सदस्यों में मुख्य रूप से गोपाल अग्रवाल, सुभाष प्रधान, संजय साव, फिरोज खान, दीपक शर्मा, शुरू पाणिग्राही एवं समस्त पार्षदगणों का भी विशेष सहयोग रहा.




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