हिन्दू नववर्ष के साथ चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ
अविनाश मित्तल ।चैत्र मास के शुक्लपक्ष प्रतिपदा पहली तिथि आज
से हिन्दू नववर्ष 2077 का प्रारंभ हो जाएगा, व आज ही के दिन से ही कलश
स्थापना के साथ चैत्र नवरात्रि का भी शुभारंभ हो जाएगा.
हिन्दू धर्म
प्राकृतिक पूजक धर्म हैं हिंदू नववर्ष भारतीय कैलेंडर के अनुसार चैत्र
मास की शुक्ल प्रतिपदा से मनाया जाता है. इसे नवसंवत्सर कहते हैं.
शुक्ल
पक्ष की प्रथम तिथि (प्रतिपद या प्रतिपदा) को सृष्टि का आरंभ हुआ था.
हमारा नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को शरू होता है. इस दिन ग्रह और नक्षत्र
मे परिवर्तन होता है. हिन्दी महीने की शुरूआत इसी दिन से होती है. लेकिन
इस वर्ष विश्व में महामारी के रूप में फैले कोरोना वायरस भक्ति पर भारी
पड़ते हुए दिख रही है, हिंदू नव वर्ष बनाने को लेकर विभिन्न संगठनों ने
लोगों से अपील की है कि वे इस वर्ष हिंदू नववर्ष घर पर ही रहकर परिवार के
साथ बनाएं. घर के आंगन में दरवाजे पर दीप प्रज्वलित करें रंगोली बनाएं अपने
घर पर पताका लगाएं घर में ही धार्मिक अनुष्ठान करें विश्व शांति की कामना
करें और साथी विश्व में फैले इस महामारी से बचाव हेतु खुद जागरूक रहे और
लोगों को भी जागरूक करें. ऐसा कोई कार्य ना करें जिससे इसके फैलने का डर
हो.
समाजसेवी जसबीर सिंह आजमानी ने बताया इस वर्ष हिंदू नव वर्ष
धूमधाम से मनाने की तैयारी की गई थी, धार्मिक रैलियों का आयोजन का
कार्यक्रम रखा था लोगों को जागरूक करने ,बैनर व पंपलेट भी छपाए जा चुके थे.
विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का भी आयोजन की तैयारी हो चुकी थी, लेकिन
महामारी के कारण शासन प्रशासन के निर्देशों से सारी व्यवस्थाओं को निरस्त
कर सादगी से मनाने का निर्णय लिया गया.
इस दिन पिथौरा के हिन्दू संगठनों ने हिन्दू नववर्ष घर पर ही सादगी के साथ मनाने का निर्णय लिया हैं.