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आस्था पर भारी हुआ कोरोना का भय

अविनाश मित्तल.  पिथौरा के सभी प्रमुख मंदिरो मे श्रद्धालुओं के आने पर प्रतिबंधित हैं सिर्फ पुजारी ही ज्योत प्रज्ज्वलित कर सकेंगे,  प्रशासन के निर्देश के बाद मंदिर के समितियों ने यह फैसला लिया है.

देश सहित पुरे प्रदेश मे कोरोना वायरस को लेके धारा 144 व कुछ एक जगहों मे कर्फ्यू जैसे हालात हैं, जानकारों का मानना हैं की कोरोना अभी द्वितीय चरण मे हैं इसका तीसरा चरण अन्यंत प्रभावशाली रहेगा जिसके मद्देनजर महासमुंद जिले को सम्पूर्णतः लॉकडाउन घोषित किया जा चूका हैं.

जिसका सीधा असर चैत्र मे पड़ने वाले नवरात्री पर पड़ा हैं. नगर के प्रमुख मंदिरो मे से मां परमेश्वरी मंदिर के पुजारी जयवर्धन शास्त्री ने बताया हर वर्ष नवरात्रि के पूर्व मंदिर को पूरी तरह सजाया जाता था, अनेक आयोजन किए जाते थे. किंतु इस वर्ष कोरोना वायरस के कारण से साज सज्जा नहीं की गई है. इस प्रकार से कोई तैयारी नहीं की गई है की भीड़ एकत्रित हो.

मां परमेश्वरी के मंदिर में पूजन हवन हर वर्ष की तरह होगा पूजा पंडितों के द्वारा स्वतः ही किया जाएगा. इस वर्ष भी करीब एक सौ ज्योत प्रज्वल्लित की जाएंगी जो की अपने से जलाई जाएगी किसी भी श्रद्धालुओं के प्रवेश की अनुमति नहीं है. इस वर्ष रक्षा सूत्र भी नहीं बांधा जाएगा इच्छुक श्रद्धालुओं को ही चरणामृत दिया जाएगा शासन प्रशासन के द्वारा एक धारा 144 लागू की गई है जिसमें 4 व्यक्ति एक साथ एकत्रित नहीं हो सकते हैं, जिसका पालन मंदिर में भी किया जाएगा.


नगर से 4 किमी दूर स्थित ख्यातिप्राप्त कामाख्या पहाड़ व मंदिर के पुजारी पंडित सुंदरलाल मिश्रा ने बताया कि बीस वर्षो से नवरात्री बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता रहा हैं, हर वर्ष तकरीबन दो सौ ज्योत प्रज्वलित किए जाते हैं व चैत्र नवरात्रि भी बड़े धूमधाम से मनाई जाती है. आस्था से जुड़े हुए लोग अपनी मनोकामना लेकर अन्य प्रांतो से नवरात्रि विशेष में पूजा करने कामाक्षा आते हैं, किंतु इस वर्ष चैत्र नवरात्रि में प्रशासन द्वारा आवश्यक निर्देश दिए गए हैं जिसके मद्देनजर समिति ने अनेक निर्णय लिए हैं, यह नवरात्रि मैं केवल पुजारी के द्वारा ही पूजा की जाएगी व इस वर्ष अब तक करीब एक सौ दीप प्रज्वलित करने के सूची प्राप्त हुई है,  शीतला मंदिर के समिति सदस्य ने बताया इस वर्ष लॉकडाउन की स्थिति को देखते हुए ज्योत नहीं जलाने का फैसला लिया गया है.

“द्वीप प्रज्वल्लित करने की मनाही नही हैं किन्तु जिले मे धारा 144 प्रभावशील हैं जिसके कारण मंदिरो मे या किसी भी सार्वजनिक स्थलों मे भीड़ का होना निषेध हैं आस्था पर कोई भी रोकटोक नहीं किया गया हैं''

बीएस मरकाम--  अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पिथौरा






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