एक ही खसरा नम्बर में दो किसान कर रहे धान ख़रीदी, क्लेक्टर के आदेश के बाद भी कोई कार्यवाही नही.
राज्य सरकार को चुना लगाने के लिए कोई भी पीछे नही रहना चाहता, जब भ्रष्टाचार के मामले सामने आते है तो लगता हैं जनता के टैक्स के पैसों को सरकार बेवजह लुटा रही है, भ्रष्टाचारी जितना चाहे लूट सकते हैं.
एक ऐसा ही भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है जहां सम्बंधित विभागों के सबंधित कर्मचारियो और एक किसान ने इस घटना को अंजाम दिया है जिसका नुक्सान राज्य सरकार को होता हैं. और भुगतान आम आदमी अपने खून पसीने के कमाई को टैक्स के रूप में जमा करती हैं.
मामला पिथौरा ब्लाक के तिलकपुर का है. जहाँ गांव का एक किसान और कुछ कर्मचारी के रहम के चलते जमीन नही रहते हुए एक ही खसरा नम्बर में 2 किसानों ने धान खरीदि केंद्र पथरला पंजीयन क्रमांक 1204 में धान बेच दिए.
ऐसे कैसे और किसके सहयोग से संभव है कि एक ही खसरा नम्बर 455 ग्राम तिलकपुर के 2 किसान ने पंजीयन के तहत धान बेच दिया ? इस बडे भ्रष्टाचार को शिकायत सबूत के साथ शिकायतकर्ता ने कलेक्टर को किया था, जिसके बाद 13 दिसंबर 2019 को कलेक्टर ने एक नोटिस जारी करते हुए पिथौरा SDM को विकास खण्ड पिथौरा के अंतर्गत सेवा सहकारी समिति पथरला जिला महासमुन्द पंजीयन क्रमांक 1204 के अभिलेखो में लेकर जांच करवाकर अपराधिक प्रकरण बसना थाना में दर्ज कराने निर्देशित किया गया था. लेकिन उस पर अब तक किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई है.
इस सम्बन्ध में पिथौरा SDM से दूरभाष में चर्चा करने पर जल्द ही जाँच कराने कि बात कही गई हैं.