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क्वारेंटिंन सेंटर के लिए भोजन के लिए प्रतिदिन के हिसाब 60 रुपये होगा जारी, लेकिन पंचायत दे रहा सिर्फ कार्ड वाला सुख चावल, जनपद सीईओ ने कहा 60 रुपये बहुत कम है.

राज्य सरकार ने भी साफ-साफ निर्देश और 14 वे वित्त या अन्य मद से सहायता करने कहा है ताकि मजदूरों को क्वारेंटिंन सेंटर में कुछ भी परेशानी झेलना ना पड़े, सेंटरों में जो सुविधा दिया जा रहा है क्या वास्तविक में है या सिर्फ एक दावा करके लोगों को गुमराह किया जा रहा है. या पंचायत अब इसमें भी भ्रष्टाचार करने लगी है.

गौरतलब है कि पिछले दिनों सरायपाली के ग्राम पंचायत कलेंडा में एक शिशुवती महिला की मौत ने पूरे ग्राम पंचायत की दावे खोखले और सामने ला दी थी, जहाँ कई तरह की लापरवाही अथवा पंचायत द्वारा किसी भी प्रकार की सहायता नहीं दिए जाने की बाद कही जा रही थी.

इसके बाद अब रिसेकेला ग्राम पंचायत के पलसापली क्वारेंटिंन सेंटर में रह रहे 2 मजदूरो ने आरोप लगाया है कि उन्हें आज तक पंचायत की तरफ से कुछ भी नही मिला है. इन मजदूरो ने बताया कि सरपंच कहता है कि कार्ड से बस चावल मिलता है और कुछ नही.

इसके बाद जब संवाददाताओं ने इस बात की जानकारी के लिए सरपंच से फोन किया तो कल मजदूरों के घर जाकर जबरदस्ती राशन सामान को छोड़ दिया गया है.

इधर इस मामले में मजदूरो ने दूरभाष के माध्यम से एसडीएम सरायपाली को जानकारी दी तो दिखवाने की बात कही.

वही जनपद सीईओ स्निग्धा तिवारी से चर्चा करने पर कहा कि मैं वहां स्वयं गई थी वहां सब कुछ मिल रहा है, मजदूर लोग बहुत नाटक करते हैं, उनको सुखा समान दिया जा रहा है चर्चा के दौरान जब पूछा गया कि ग्राम पंचायतों को किस दर से भुगतान किया जाएगा तो जनपद सीओ स्निग्धा तिवारी ने कहा कि प्रतिदिन के हिसाब से तीन टाइम खाना के लिए 60 रुपये जारी हो रहा है जो कि बाद में होगा. उन्होंने इस राशि को बहुत ही कम है कहा है, और कहा कि इतने रु में तीन समय का खाना बहुत मुश्किल से बनता है. फिर भी जैसे तैसे करके पंचायत द्वारा खिलाया जा रहा है.

जनपद सीईओ ने कहा है कि 60 रुपये  बहुत ही कम है लेकिन, सरपंच सचिव और अधिकारियों के माने ग्राम पंचायतों में अच्छा व्यवस्था करवाया जा रहा है. तो क्या वहां अंदर में मजदूर झूठ बोल रहे हैं. इसका जांच होना चाहिए क्या वास्तविक में मजदूरों को मिला है या नहीं.

वही एक अन्य ग्राम पंचायत गोहेरापाली के सरपंच से चर्चा करने पर बताया कि अभी कितना बजट आएगा वह तो नही पता लेकिन पंचायत के तरफ से तीनों टाइम के लिए उचित व्यवस्था किया जा रहा है, मजदूरो के लिए नास्ता से लेकर शक्कर, साबुन और सब्जियों की उचित मात्रा में व्यवस्था की जा रही है.




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