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कोटवार की शिकायत पर भाजपा जिलाध्क्ष रूपकुमारी चौधरी सहित 12 भाजपा नेताओ पर मामला दर्ज.

भाजपा जिलाध्क्ष रूपकुमारी चौधरी सहित भाजपा नेता महासमुंद के पूर्व विधायक डा. विमल चौपडा , सरायपाली के पूर्व विधायक रामलाल चौहान व  त्रिलोचन पटेल, सहित  धनेस नायक, राजेन्द्र उपवेजा,  कामता पटेल, ऐतराम साहू, विक्की गुरू दत्ता, संजय डडसेना, मोहन कनौजे, आनंद बरिहा पर सिंघोड़ा थाना में धारा 188-IPC, 34-IPC के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है.        

अपराध ग्राम कलेण्डा के कोटवार महतलाल दीप की शिकायत पर दर्ज किया गया है, ग्राम कलेण्डा के कोटवार ने बताया है कि ग्राम कलेण्डा स्थित शासकीय उच्च्तर माध्यमिक विद्यालय को शासन द्वारा क्वारेन्टाईन सेंटर बनाया गया है. जिसमें बाहर से आये हुए 29(उन्तीस) लोगों को रखा गया है. जहाँ 5 जून को उसके साथ निराकार यादव (पंच) क्वारेन्टाईन सेंटर के बाहर ड्युटी कर रहे थे.

तब शाम करीबन 04:30 बजे के आसपास डा0 विमल चौपडा,  रूप कुमारी चौधरी, रामलाल चौहान, त्रिलोचन पटेल, धनेस नायक, राजेन्द्र उपवेजा, कामता पटेल, संतराम साहू, विक्की गुरू दत्ता, संजय डडसेना, मोहन कनौजे एवं आनंद बरिहा क्वारेन्टाईन सेंटर आये कोटवार को गेट को खोलने बोला जिसपर कोटवार एवं निराकार यादव ने अन्दर जाने मना किया तो भाजपा नेता द्वारा हमें नहीं पहचानते क्या कहते हुए जबरदस्ती गेट को खोलकर क्वारेन्टाईन सेंटर के अन्दर घूसकर क्वारेंटाईन सेंटर में रखे गये लोगों से बातचीत करने लगे.

कोटवार ने शिकायत में बताया है कि उक्त सभी व्यक्तियों के द्वारा शासन द्वारा दिये गये निर्देशों का उल्लंघन कर धारा 144 लागू होना जानते हुए भी क्वारेन्टाईन सेंटर में अनाधिकृत रूप से प्रवेश किया गया है.

उधर इस मामले में सांसद चुन्नीलाल साहू ने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर तानाशाह होने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि क्वारेंटाइन सेंटरों में सुविधा और व्यवस्था देने में यह सरकार नाकाम रही है,  जिसके कारण सेंटरों में लोग दूसरी बीमारी की चपेट में आकर जान गंवा रहे हैं.

उन्होंने सराईपाली के कलेंडा स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में महिला की मौत का जिक्र करते हुए राज्य सरकार पर असंवेदनशील होने का आरोप लगाया, और कहा कि यहां के सेंटर में जुडवां बच्चों की मां एनिमिया से पीडित थी, जानकारी होने के बाद भी उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया गया. इस पर वास्तविकता देखने के लिए जब राज्य की पूर्व संसदीय सचिव और भाजपा की जिलाध्यक्ष रूपकुमारी चौधरी के साथ पूर्व विधायक डा विमल चोपड़ा, रामलाल चौहान व त्रिलोचन पटेल कोविड 19 के कोरोना संक्रमण से बचने के सभी एतिहातन उपायों के साथ कलेंडा पहुंचे थे, तो सहयोग करने के बजाए शासन और प्रशासन के लोगों ने उन्हें वस्तुस्थिति से दूर कर दिया. और रैपिड किट की जांच में रिपोर्ट निगेटिव आने के बावजूद चारों नेताओं को होम क्वारेंटाइन में रहने का आदेश दिया गया है, यह न्यायोचित नहीं है.




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