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फर्जी प्रस्ताव बनाकर राशि आहरण के बाद पंचायत से गायब हुई सचिव, शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं.

महासमुंद जिले के सरायपाली जनपद अंतर्गत कई गाँव में फर्जी आहरण के लगातार मामले सामने आ रहे है. बिना मूल्यांकन के लाखों रु आहरण हो रहा है. कई ग्राम पंचायतों में राशियों के आहरण करने के बाद राशियों का सही उपयोग ना करके गबन किया जा रहा है.

जनपद पंचायत सरायपाली के ग्राम पंचायत में जंगलबेड़ा में सचिव द्वारा शासकीय राशि का गबन करके फ़रार होने की बात सामने आ रही है. जिसे लेकर जंगलबेडा सचिव बबिता प्रधान के ख़िलाफ ग्रामीणों और पंच सरपंच द्वारा एक लिखित शिकायत सरायपाली एसडीएम से की गई है.

सरपंच रामलाल विसाल और पंचों द्वारा बताया गया कि सचिव बबिता प्रधान द्वारा आंगनबाड़ी मरम्मत औऱ सामुदायिक भवन के मरम्मत के नाम पर लगभग 1 लाख रुपये अलग-अलग 2 किस्तो मे आहरण कर लिया गया है. जबकि ग्राम पंचायत ने इन दोनों कार्यो के लिए कोई प्रस्ताव नही किया है.

सरपंच-पंच ने कहा कि इसके पहले भी ऐसा मामला सामने आ चूका है जिसमे जंगलबेड़ा सचिव के द्वारा फर्जी तरीक़े से शासकीय राशि को गबन करने के उद्देश्य से कार्य किया गया है.

मामले में बताया गया कि उक्त राशि के आहरण के बाद सचिव बबिता प्रधान 7 दिनों में रकम वापस करने का वादा की थी. लेकिन रकम तो क्या लगभग डेढ़ माह से वह ग्राम पंचायत नही जा रही है. जिसके बाद ग्राम पंचायत का कार्य प्रभावित होने लगा है. सचिव गौठान में गोबर खरीदी के दिन भी गोठान में उपस्थित नहीं हुई. जिसके कारण कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ा.

शिकायत के अनुसार सचिव बबिता प्रधान की जगह पंचायत के देखरेख का कार्य उनके पति के द्वारा किया जाता है. जो बैंक पास बुक से लेकर पंचायत के रजिस्टर तक तक अपने पास रहता है. एवं हर कार्य मे सचिव के जगह उनके पति का हस्तक्षेप रहता है.

सरपंच ने बताया कि राशि का फर्जी आहरण कैसे हुआ यह जानने के प्रयास से जब वे जनपद के आपरेटर के पास गए थे तब आपरेटर ने सरपंच को बताया गया कि वह अच्छे से देख नही पाए. क्या आपरेटर द्वारा सचिव को बचाने का प्रयास किया जा रहा है ? या फिर आपरेटर को चश्मे की जरूरत है ? जो अपना कार्य अच्छे से देख नही पाते ऐसे लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी के खिलाफ भी कार्यवाही होनी चाहिए.

सरकार द्वारा गांव के विकास के नाम पर फर्जी तरीके से राशि निकालने वाले सचिव की शिकायत अब से दो माह पूर्व की जा चुकी है. लेकिन जिम्मेदार अधिकारी आँखमूंदे बैठे है. अब तक किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की है.  ग्राम पंचायत जंगलबेड़ा में सचिव और उनके पति के ख़िलाफ शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से भारी आक्रोश है.

इधर मामले में सरायपाली एसडीएम कुणाल दुतावात ने बताया कि शिकायत के बाद जिला सीईओ को कार्यवाही के लिए लिखा गया है. जो भी कार्यवाही होगा जिला सीईओ करेंगे.

वही जिला सीईओ डॉ. रवि मित्तल से भी कई बार संपर्क किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया.




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