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पिछडा वर्ग के होकर अनुसुचित जाति वर्ग के प्रमाण पत्र के सहारे की नौकरी, शिकायत पर जांच हुई, जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत।

बसना। पिछडा वर्ग से होने के बाबजूद अनुसुचित जाति का प्रमाण पत्र बनवाया। इस प्रमाण पत्र को प्रस्तुत कर पटवारी पद में नियुक्ति हुआ। जिसकी सूचना का अधिकार के तहत सत्यापित दस्तावेज प्राप्त कर उच्च स्तर पर शिकायत किया गया। शिकायत उपरान्त कलेक्टर महासमुन्द के निर्देश में अनुविभागीय अधिकारी (रा) को जांच की जिम्मेदारी दिया गया। अनुविभागीय अधिकारी (रा) के आदेश से तहसीलदार ने समस्त दस्तावेजों का अवलोकन कर एवं पटवारी के गृहग्राम भजपुरी जाकर वस्तुस्थिति का गहन पूछताछ कर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत कर दिया। जांच प्रतिवेदन में शिकायतकर्ता की शिकायत सही पाया गया। पटवारी द्वारा नियुक्ति के दौरान ओबीसी वर्ग में होने के बाबजूद अनुसुचित जाति का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना पाया गया है।

बता दे कि आरटीआई कार्यकर्ता विनोद दास को पिथौरा तहसील के अन्तर्गत कार्यरत पटवारी राजेन्द्र डोंगरे की जाति पर संदेह हुआ। इसके बाद उन्होने सूचना का अधिकार के तहत समस्त दस्तावेज प्राप्त किया। दस्तावेजो का निरीक्षण परीक्षण करके आयुक्त रायपुर संभाग रायपुर के समक्ष 23/09/2019 को लिखित साक्ष्य सहित शिकायत आवेदन दिया। कार्यालय आयुक्त रायपुर ने कलेक्टर महासमुन्द को इस मामले में तत्काल जांच कर की गई कार्यवाही से अवगत कराने का निर्देश दिया।

कलेक्टर महासमुन्द ने तत्काल इस मामले को टीएल में रखकर संज्ञान लिया। अनुविभागीय अधिकारी(राजस्व) पिथौरा को इस प्रकरण की जांच कर जांच प्रतिवेदन अभिमत सहित सौंपने का आदेश दिया। अनुविभागीय अधिकारी(रा) ने तहसीलदार पिथौरा को वस्तुस्थिति की तथ्यात्मक जांच करने को पत्र जारी किया।

जांच में बिलम्भ होने से आवेदक विनोद दास ने कार्यालय आयुक्त रायपुर में जाकर 05 नवम्बर 2019 एवं 06/01/2020 को पुनः आवेदन दिया। आयुक्त कार्यालय पुनः कलेक्टर महासमुन्द ज्ञापन जारी हुआ।

शिकायत प्रकरण की जांच प्रतिवेदन तहसीलदार पिथौरा ने अततः अनुविभागीय अधिकारी(रा) को दिनांक 24/07/2020 को सौंप दिया है।

जांच अधिकारी एवं तहसीलदार पिथौरा टी. आर. देवांगन ने अपनी जाचं प्रतिवेदन में उल्लेख किया है कि पटवारी राजेन्द्र डोंगरे के पूर्वज बनरजीया एवं उसके वशंज की जाति पिंजारा है। जो छत्तीसगढ राज्य के द्वारा अधिसूचित अन्य पिछडा वर्ग की सूची तहत क्रमांक 79 में दर्ज है। जांच अधिकारी ने पटवारी के गृहग्राम जाकर पूछताछ किया तो पटवारी राजेन्द्र डोंगरे के चचेरा भाईयो ने भी अपनी जाति पिंजारा बताया है। राजेन्द्र डोगरे के प्राथमिक स्कूल के दाखिल खारिज दस्तावेज मे भी पिंजारा जाति लिखा गया है। जबकि राजेन्द्र डोंगरे ने कलेक्टर रायपुर(जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण रायपुर) में महार जाति अनुसुचित जाति का प्रमाण बनवा लिया है। पटवारी के वंशावली को देखने के बाद भी उसकी जाति पिजंरा ही है। जिला हिन्दी अभिलेखागार शाखा महासमुन्द द्वारा मिशल वर्ष 1929-30 ग्राम भजपुरी के असामीवार वाले भाग में जाति पिंजारा लिखा हुआ है।

जांच करके रिपोर्ट तैयार कर कलेक्टर महोदय को दे दिया गया है.
---एसडीएम पिथौरा बीएस मरकाम






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