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सचिव ने फर्जी तरीके से निकाले 1 लाख रुपये, जनपद सीईओ अब तक शिकायत से अंजान !

जनपद सरायपाली में कई ऐसे मामले पेंडिंग पड़े हुए जिसमे अभी तक कोई जाँच कार्यवाही नही किया जा रहा है. जनपद के उच्च अधिकारियों का रवैया इतना उदासीन है कि एक मामले में आदेश के बावजूद अब तक एसडीएम को जाँच कर प्रतिवेदन नहीं सौंपा गया, और नाही अब तक कोई जांच के लिए पहुँचा.

मामला सरायपाली के ग्राम पंचायत जंगलबेड़ा का है, जहाँ के सरपंच रामलाल विसाल और पंचों द्वारा बताया गया था कि सचिव बबिता प्रधान द्वारा आंगनबाड़ी मरम्मत औऱ सामुदायिक भवन के मरम्मत के नाम पर लगभग 1 लाख रुपये अलग-अलग 2 किस्तो मे आहरण कर लिया. जबकि ग्राम पंचायत ने इन दोनों कार्यो के लिए कोई प्रस्ताव नही किया है.

सरपंच ने बताया कि उक्त राशि के आहरण के बाद सचिव बबिता प्रधान 7 दिनों में रकम वापस करने का वादा की थी. जो कि कई माह बीत जाने के बाद भी रकम को वापस नही की.

इधर जंगलबेडा सचिव बबिता प्रधान और उसके पति के हस्तक्षेप के शिकायत और मीडिया में बात आने के बाद जनपद सीईओ डॉ. स्निग्धा तिवारी ने ग्राम पंचायत जंगलबेडा के सचिव बबिता प्रधान को जनपद कार्यलय संलग्न किया गया है. और वहां से सचिव बबीता प्रधान को मेडिकल लिव के नाम से छुट्टियां मिली है.

वहीं जनपद सीईओ अब तक शिकायत की इस बात अंजान थे. जबकि एसडीएम कुणाल दुतावात से इस संबंध में चर्चा करने पर जनपद सीईओ से मैं बात करता हूँ कहा गया है.




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