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पंजीयन की तिथि बढ़ाये जाने के बाद कार्यालय के चक्कर लगा रहे किसान, तहसीलदार कहते है नहीं आया है कोई आदेश !

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ के किसानों की सुविधाओं को देखते हुए खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में धान खरीदी के लिए निर्धारित किसानों की पंजीयन अवधि को बढ़ाकर 17 नवंबर 2020 तक कर दिया है.

साथ ही महासमुंद कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने ज़िले के सभी संबंधित अधिकारियों को ज़िले के धान खरीदी के लिए किसानों का पंजीयन की तिथि बढ़ाई गई अवधि की जानकारी विभिन्न प्रचार माध्यमों से कराने और 17 नवंबर 2020 तक करने कहा है. ताकि छूटे हुए किसान अपना पंजीयन करा सकें.

लेकिन पंजीयन की तिथि बढ़ाये जाने के बाद अब किसानों को पंजीयन करने के लिए पसीना बहाना पड़ रहा है. किसान सरकारी दफ्तर में चक्कर लागने के लिए मजबूर है. सरायपाली किसान विजय कुमार मिर्धा ने बताया कि काम में व्यस्त रहने के कारण 10 नवंबर को उनका पंजीयन नहीं हो पाया था, जिसके बाद उन्हें पंजीयन के समय अवधि बढ़ाये जाने की जानकारी मिली और समिति से हस्ताक्षर करवाने के बाद वे तहसील कार्यालय में सरायपाली तहसीलदार के पास कल पहुंचे थे. जहाँ उन्हें तहसीलदार ने ऐसा कोई आदेश नहीं है, पंजीयन की तिथि ख़त्म हो गयी है कहते हुए वापस भेज दिया.

इसके बाद किसान ने सी.जी. संदेश डॉट कॉम से संपर्क किया तो उन्हें सरायपाली एस.डी.एम. से मिलने की सलाह दी गयी. और उन्होंने एस.डी.एम. को अपनी दुविधा बताई तो कहा गया कि तहसीलदार कर देंगे. लेकिन तब तक तहसीलदार कार्यालय से जा चुके थे, और शाम करीब 5 बजे तक तहसीलदार साहब का इंतज़ार करते हुए पंजीयन की आस में पहुंचे किसान वापस अपने घर चले गये.

इसके बाद किसान आज सुबह जब वापस आये तो उन्हें फिर एक बार तहसीलदार द्वारा पंजीयन करने का कोई आदेश नहीं है कहा गया. जिसके बाद किसानों को अब पंजीयन होने की आश कम नज़र आ रही है. और सरकारी आदेश फ़र्जी लगने लगा है.

किसान विजय कुमार मिर्धा ने बताया कि उनके साथ पतेरापाली से सरोजनी बारी, बोरीमाल से महादेव खुजूर और इच्छापुर से रामेश्वर दास को भी यही कहा जा रहा है. इसके अलावा कल करीब कुछ 8 से 10 किसान थे. जिनमे से कुछ को पंजीयन पूरी तरह से नहीं होने की उम्मीद हो गयी इसलिए शायद वे आज वापस नहीं आये.

इसके साथ ही तीनो किसानों ने और भी कई गंभीर आरोप तहसीलदार पर लगाये.

किसान किसान विजय कुमार मिर्धा (संपर्क - 8871914195)

वहीं इस मामले में सरायपाली तहसीलदार से फोन के माध्यम से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो पाया.




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