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महासमुंद : धान खरीदी प्रशिक्षण की बारीकियों को गंभीरता से लें अधिकारी - कलेक्टर गोयल, नियमों से परे जाने या गड़बड़ी पाए जाने पर कार्यवाही होगी

सीमावर्ती इलाकों में अवैध धान परिवहन और संग्रहण पर सख्ती बरती जाएं

कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने कहा है कि आगामी 01 दिसम्बर से राज्य में धान खरीदी की शुरूआत होगी। धान खरीदी में प्राथमिक सहकारी समितियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। धान खरीदी पूरी पारदर्शिता और नियमों के दायरे मेें हो। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि धान खरीदी में सभी अधिकारी-कर्मचारी जीरो टोलरेन्स को ध्यान में रखकर काम करें। उन्होंने कहा कि नियमों से परे कोई गड़बड़ी करने का प्रयास करेगा तो कार्यवाही होगी।

कलेक्टर गोयल जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के लिए समर्थन मूल्य में धान खरीदी हेतु राजस्व, सहाकारिता, नान एवं बैंक नोडल अधिकारियों तथा समिति प्रबंधक, उपार्जन केन्द्र प्रभारी एवं कम्यूटर आॅपरेटरों की आज प्रशिक्षण सत्र को संबोधित कर रहे थे। यह प्रशिक्षण बसना तहसील के मंगल भवन सरायपाली, बसना और पिथौरा पिरदा शाखा से संबंधित समितियों को उक्त प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बैठक में स्पष्ट रूप से राज्य शासन की धान खरीदी संबंधी दिशा-निर्देशों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि अवैध धान की बिक्री समितियों में होने नहीं दी जाएगी। केवल पंजीकृत किसान निर्धारित मात्रा में ही धान की बिक्री कर पाएंगे। पहले की तरह इस साल भी 15 क्विंटल प्रति एकड़ लिमिट रखा गया है। इस बार निगरानी तंत्र को काफी पुख्ता रखा गया है। राजस्व के साथ-साथ पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद रहेगी। धान खरीदी के बीच बे मौसम बारिश की भी संभावना हो सकती है। इसलिये समितियां पहले से तिरपाल का इंतजाम कर लें। प्लास्टिक की पन्नी से काम नहीं चलने वाला है। किसी भी हालत में समिति स्तर पर किसान का धान भीगना नहीं चाहिए।


कलेक्टर  कार्तिकेया गोयल कहा कि इस प्रशिक्षण को अधिकारी गंभीरता से लें। इस दौरान सजक और सतर्क भी रहें। समर्थन मूल्य में धान खरीदी सरकार की प्राथमिकता में है। जिले के वास्तविक किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ दिलाना है। शासन के निर्देश पर राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारी किसान द्वारा बोये गये धान रकबा की खेतों में जाकर गिरदावरी तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि धान खरीदी में किसी भी प्रकार के गड़बड़ी के लिए संबंधित अधिकारी जिम्मेदार होंगे। खरीदी के दौरान कम्प्यूटर आॅपरेटर को भी सावधानियां बरतनी होगी। कोताही के लिए उन पर भी सीधे कार्यवाही होगी।  

कलेक्टर ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में अवैध धान परिवहन और संग्रहण पर सख्ती से रोक लगाई जाए। इस तरह के मामला संज्ञान में आने पर संबंधित तहसीलदार व अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को तत्काल जानकारी देंवे। साथ ही आवश्यकता पड़ने पर मुझे भी अवगत करा सकते हैं। कलेक्टर ने स्पष्ट कहा कि संवेदनशील उपार्जन केन्द्रों में अतिरिक्त निगरानी करने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 17 चेकपोस्ट के माध्यम से सतत् निगरानी की जा रही है। ऐसे मामलों में अभी लगातार कार्रवाई जारी रहेगी तथा जरूरत पड़ने पर संलिप्त बिचैलिये व अधिकारी-कर्मचारियों पर एफआईआर भी किया जाएगा। उन्होंने प्रशिक्षण में अधिकारी-कर्मचारियों को कहा कि किसानों को धान बेचने के लिए पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर ही टोकन जारी करें।

गोयल ने इलेक्ट्रॉनिक तौल, बारदाना, चबूतरा, परिसर की साफ-सफाई, कम्प्यूटर, इंटरनेट आदि की पुख्ता इंतजाम कर लेने के निर्देश दिये हैं।

पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने पुलिस व्यवस्था की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अब कार्रवाई एफआईआर तक सीमित नहीं होगी। अवैध धान परिवहन करते पाए गए लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। जिले में बनाए गए चेक पोस्ट पर पुलिसकर्मी तैनात है। आपके सहयोग के लिए पुलिसकर्मी हमेशा तैयार है।

इस अवसर पर एसडीएम सरायपाली कुणाल दूदावत, एसडीएम पिथौरा राकेश गोलछा, सहकारिता अधिकारी. खाद्य अधिकारी अजय यादव, जिला सहकारी केन्द्रीय नोडल बैंक के अधिकारी एल.डी. नायक सहित संबंधित कर्मचारी उपस्थित थे।

उन्होंने कहा है कि कल शनिवार तक पीडीएस के बारदानो की साॅफ्टवेयर में एंट्री हो जाए। इस बार चार प्रकार के बारदानो का उपयोग किया जाएगा। नए जुट और प्लास्टिक जुट के साथ पुराने राइस मिल और पीडीएस के बारदाना होंगे। कलेक्टर के मार्गदर्शन में आयोजित इस प्रशिक्षण में खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 धान खरीदी की महत्वपूर्ण बातें और साॅफ्टवेयर की व्यवस्था आदि के संबंध में खाद्य विभाग के अधिकारियों और मास्टर ट्रेनर्स द्वारा विस्तारपूर्वक जानकारियां दी गई।




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