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ऐप से लिया था 6000 का लोन, न चुका पाने पर युवक ने लगा ली फांसी, पुलिस जांच में जुटी

दिल्ली के द्वारका इलाके में ऐप के जरिए तुरंत कर्ज पाने के मकड़जाल में फंसकर हरीश नाम के एक युवक ने आत्महत्या कर ली. हरीश की उम्र 25 साल थी. जानकारी के मुताबिक उसने ऐप से मामूली रकम उधार ली थी. लेकिन कुछ रकम उधार बचा था. इसको लेकर हरीश पर दबाव बनाया जा रहा था, जिसके बाद उसने 25 नवंबर की शाम घर के अंदर पंखे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.  

घरवालों के मुताबिक हादसे की जानकारी शाम को उस वक्त चली, जब हरीश की दादी दूध लेकर घर पहुंचीं. उन्होंने काफी देर तक दरवाजा खटखटाया, लेकिन जब किसी ने दरवाजा नहीं खोला तो उन्होंने खिड़की से अंदर झांका. उन्होंने देखा कि हरीश चुन्नी के सहारे पंखे से लटक रहा था. जिसके बाद उन्होंने शोर मचाया. आसपास के लोग आए और उन्होंने हरीश को पंखे से उतारकर, पास के अस्पताल ले गए. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

पुलिस को तुरंत इस घटना की जानकारी दी गई. जिसके बाद पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और घरवालों के बयान पर असामान्य मौत की जांच शुरू कर दी.

द्वारका डीसीपी, संतोष मीणा के मुताबिक हरीश की बहन सोमा का कहना है कि 25 नवंबर को ही उसके फोन पर कई बार अलग अलग नंबरों से कॉल आ रहा था. जिसमें बताया गया कि हरीश ने छह हजार का लोन लिया है और तीन हजार वो वापस नहीं कर रहा है. सोमा के मुताबिक जब उसने अपने भाई से पूछा तो उसने कहा था कि उसका फ़ोन हैक हो गया है.

हरीश की बहन सोमा ने आखिरी बार 25 नवंबर की सुबह हरीश से बात की थी और मुलाकात भी हुई. सोमा के मुताबिक प्रत्येक दिन की तरह हरीश उस दिन भी दुकान गया था. वो बाकी दिन देर शाम आता था लेकिन उस दिन वो एक घंटे में ही वापस लौट आया था. जिसके बाद सोमा ने उससे पूछा कि क्या बात है? तो उसने कुछ नहीं बोला और दरवजा बन्द कर लिया.

जिसके बाद सोमा अपने ऑफिस चली गई और उसी दिन शाम को पता लगा कि हरीश ने खुदकुशी कर ली है. घरवालों का कहना है कि कई रिश्तेदारों के पास उनलोगों ने फोन कर हरीश के लोन ना चुका पाने की बात कही थी.

दरअसल घरवालों को समझ ही नहीं आया की हरीश ने ऑनलाइन लोन लिया था या नहीं? इसके पहले ही हरीश ने खुदकुशी कर ली. हरीश की दूसरी बहन का कहना था कि फोन उसके पास भी आए थे लेकिन वो उठा नहीं सकी थी.

घरवालों का कहना है कि उन्हें बाद में यह पता लगा कि व्हाट्सएप पर कोई ऐसा ग्रुप भी बनाया गया था जिसका नाम हरीश नंद किशोर फ्रॉड रखा गया था और हरीश के कुछ रिश्तेदारों को भी उसमें जोड़ा गया था. इतना ही नहीं उसे और लोगों को जोड़ने की धमकी दी गई थी, जिसके बाद हरीश ने खुदकुशी कर ली.

पुलिस का कहना है कि उन्हें परिवार की तरफ से लोन ऐप से संबंधिक कोई शिकायत नहीं दी गई थी. लेकिन अब हमारी जानकारी में ये बात आई है हम इसकी भी जांच करेंगे. साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि ऐसे किसी भी ऐप से लोन लेने से बचना चाहिए.




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