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महासमुंद : जिन पैसों से होना था गरीबों का ईलाज उससे बीजेपी विधायक ने छपवा दिए विज्ञापन.

इस देश में गरीबों के पेट पर लात मारने वाले कई मिल जायेंगे, लेकिन इस देश के कई नेता और विधायक ऐसे भी है जो गरीबों को ईलाज के लिए मिलने वाली राशि का उपयोग किसी ना किसी माध्यम से खुद के विकास में लगाते हुए नजर आ जायेंगे.  

मामला महासमुंद जिले के एक विधानसभा का है जहाँ के एक पूर्व बीजेपी विधायक ने रमन सरकार में स्वेच्छा अनुदान से गरीबों को मिलने वाली राशी का दुरुपयोग किया और जिन पैसा से गरीबों का ईलाज होना था, उसे समृद्ध व्यक्तियों में बाँट दिया गया. इस समृद्ध व्यक्तियों में कई ऐसे भी हैं जिनके पुरे परिवार के सदस्यों को गरीबों को मिलने वाली राशी दे दिया गया.

इसमें कुछ समृद्ध पत्रकार भी हैं, जिन्हें पूर्व बीजेपी विधायक जी के कार्यकाल में विज्ञापन लगाने के बदले अनुदान के माध्यम से ईलाज हेतु दे दिया गया. मामले का खुलाशा आरटीआई के माध्यम से हो पाया है जिसमे कई नेता, पत्रकार जैसे सफेदपोश और समृद्ध लोगों के नाम है.

आरटीआई से इस मामले का खुलाशा करने वाले ने कहा कि जिन लोगों को अनुदान के माध्यम से ईलाज हेतु राशि प्राप्त उनमे कई लोग समृद्ध हैं, जिनसे वे मिलकर भी आयें है, ऐसे ही एक समृद्ध पत्रकार से जब उन्होंने पूछा कि आपको अनुदान के माध्यम से ईलाज हेतु राशि की क्यों आवश्यकता पड़ी, तो पत्रकार ने बताया कि पूर्व बीजेपी के कार्यकाल में विधायक ने विज्ञापन तो लगवा दिया लेकिन जब भुगतान करने की बारी आई तो अनुदान के माध्यम से राशि दिया गया.

वहीं आरटीआई से खुलाशा करने वाले ने बताया कि जल्द ही इस मामले में जाँच के लिए आवेदन दिया जायेगा और विधानसभा के मानसून सत्र में भी इस बात को उठाने के लिए पत्र लिखा जायेगा. आखिर क्यों बीजेपी विधायक ने गरीबों के ईलाज हेतु मिलने वाले पैसे से स्वयं का प्रचार प्रसार किया.  




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