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महासमुंद: कलेक्टर ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से टीकाकरण के मोबिलाइजेशन एवं अन्य कारणों की समीक्षा की

हर दिन एक गांव में एक साइट बनाया जाए, जो सवेरे से लेकर शाम तक उसी गांव में टीकाकरण का कार्य संपादित करें: कलेक्टर सिंह

महासमुंद: कलेक्टर डोमन सिंह ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से टीकाकरण के मोबिलाइजेशन में पहले की अपेक्षाकृत धीमी गति एवं अन्य कारणों की समीक्षा की । समीक्षा बैठक पिथौरा जनपद के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष में हुई। उन्होंने कोविड-19 के दूसरे डोज़ में प्रगति लाने के उपाय और सुझाव पर भी बात की।
कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा कि हर दिन एक गांव में एक साइट बनाया जाए, जो सवेरे से लेकर शाम तक उसी गांव में टीकाकरण का कार्य संपादित करें। और उस गांव को शत-प्रतिशत टीकाकरण कर सैचुरेट करें।

उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के दिन गांव के सरपंच, पंच, सचिव, रोजगार सहायक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, महिला स्व-सहायता समूह की महिलाएं, रेडी-टू-ईट से जुड़ी महिलाएं, राशन दुकान चलाने वाली महिलाएं, खेल, युवा मंडली आदि से भी सक्रिय सहयोग लिया जाए। टीका शिविरों में ब्लॉक स्तर से अधिकारी भी भेजा जाए, जो जहां कमी हो उसकी निराकरण कर प्रगति लाएंगे। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज़िला पंचायत आकाश छिकारा, एसडीएम पिथौरा श्रीमती ऋतु हेमनानी सहित महिला एवं बाल विकास, स्कूल शिक्षा, टीकाकरण अधिकारी सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी कक्ष में मौजूद थे। ज़िले के सभी ब्लॉक के एसडीएम, तहसीलदार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, खंड चिकित्सा अधिकारी, बीपीएम, खंड शिक्षा अधिकारी, बीआरसी, सीडीपीओ आदि खंड स्तरीय अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए जुड़े।

कलेक्टर सिंह ने कहा कि ज़िला स्तर के महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, ज़िला पंचायत अधिकारी भी सतत निरीक्षण करें। वे स्वयं भी टीका शिविरों का निरीक्षण करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के रायगढ़ ज़िले के बाद महासमुंद का शत-प्रतिशत टीकाकरण में नाम है। उन्होंने कहा कि ज़िले के जिन 40 हज़ार लोगों को टीका के रिकॉर्ड के अनुसार टीका लगाया जा चुका है। परंतु कोविड पोर्टल में एंट्री नहीं होने से अपेक्षाकृत प्रगति कम दिखाई दे रही है, ऐसे प्रकरणों की तत्काल एंट्री करना सुनिश्चित करें। इसके लिए संबंधित लोगों से विकासखंडवार मोबाइल पर जानकारी लें। इसके लिए 4-5 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाएं। इसके साथ ग्राम वार से सूची प्रतिदिन भेजी जाए। उन्होंने कहा कि स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र संचालन के बाद छात्र-छात्राओं से भी आग्रह किया जाए कि उनके परिवार के जिन सदस्यों दूसरा टीका नहीं लगा वह उन्हें टीका शिविर में लाए।




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