महासमुंद विधायक विनोद चंद्राकर पर साथियों के साथ मिलकर मारपीट करने का गंभीर आरोप, पत्र सोशल मिडिया में वायरल.
महासमुंद विधायक विनोद चंद्राकर पर गभीर आरोप लगने का एक पत्र सोशल मिडिया में वायरल हो रहा है. जिसमे प्रार्थी ने पुलिस से इसकी शिकायत की है.
प्रार्थी लीलाराम साहू ने पुलिस को बताया है कि 26 अक्टूबर 2021 को दोपहर 02:15 बजे वह अन्य लिपिकों के साथ कार्यालयीन कार्य कर रहा था, इतने में विधायक विनोद चन्द्राकर अपने आदमियों दीपक सिंह ठाकुर, बबलू हरपाल तथा अन्य व्यक्तियों के साथ कार्यालय जिला आबकारी अधिकारी जिला-महासमुंद आये और आने के बाद कार्यालय के सी.एस.एम.सी.एल. कक्ष में प्रवेश किये.
प्रवेश करते ही विधायक विनोद चन्द्राकर के निर्देश पर बबलू हरपाल तथा दीपक ठाकुर व अन्य अज्ञात व्यक्तियों ने लीलाराम साहू पर कार्यालयीन कार्य करने के दौरान कार्यालय में आये और पूछे की तुम कौन हो. जिसपर लीलाराम साहू ने बताया कि, मैं महासमुंद में सी.एस.एम.सी. एल. का लिपिक हूं यह सुनते ही लीलाराम साहू पर उन्होने जानलेवा हमला कर दिया. जिससे लीलाराम साहू को गंभीर चोंट आई तथा उसके सिर से खून बहने लग गया.
लीलाराम साहू ने आरोप लगाया है कि विधायक विनोद चन्द्राकर के निर्देश पर बबलू हरपाल तथा दीपक -ठाकुर व अन्य अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा उसपर जानलेवा हमला किया गया है.
लीलाराम साहू ने बताया है कि हमला करते हुए देखने पर रविकांत जायसवाल, सहायक जिला आबकारी अधिकारी तत्काल विजय सेन शर्मा सहायक आयुक्त आबकारी जिला-महासमुंद को सूचित कर ले आयें.
रविकांत जायसवाल, सहायक जिला आबकारी अधिकारी एवं विजय सेन शर्मा सहायक आयुक्त आबकारी जिला-महासमुंद को आता देख विधायक और उसके आदमियों ने कमरे का दरवाजा बंद करने की कोशिश की.
विजय सेन शर्मा, सहायक आयुक्त आबकारी तथा रविकांत जायसवाल सहायक जिला आबाकारी अधिकारी ने धक्का देकर दरवाजा खोला, और उन्होने विधायक विनोद चन्द्राकर, बबलू हरपाल, दीपक ठाकुर व अन्य अज्ञात व्यक्तियों के हमले से मुझे बचाया व उनलोगों को बाहर जाने के लिये कहा. घटना के बाद लीलाराम साहू को जिला अस्पताल, महासमुंद भेजा गया, जहां से उसे रायपुर रिफर किया जा रहा है.