महासमुंद: मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान: 700 से ज्यादा ऑगनबाड़ी केन्द्रों में बनाई गई पोषण वाटिका
महामसुंद जिले में महिला एवं बाल विकास अंतर्गत 1795 ऑगनबाड़ी केन्द्र
स्वीकृत है। जिसमें से 717 ऑगनबाड़ी केन्द्रों मंे पोषण वाटिका विकसित की गई
है। सुपोषण अभियान के अंतर्गत जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में सुपोषण वाटिका तैयार
कर सब्जी का उपयोग भी किया जा रहा है। साथ में सभी प्रकार के स्थानीय साग भाजी एवं
खाद्य पदार्थों को शामिल कर भोजन जिसके माध्यम से ऑगनबाड़ी कार्यकर्ताएं पोषण
वाटिका, बाड़ी में लगे फलों व
सब्जियों का उपयोग कर रोटी के साथ साग-भाजी, हरी सब्जी तथा मुनगा भाजी नियमित रूप से बच्चों
को दी जा रही है। वर्तमान में ऑगनबाड़ी केन्द्रों से लगी गौठान क्षेत्रों में
विकसित किए जाने हेतु जिला खनिज न्यास निधि से 50 पोषण वाटिका की
स्वीकृति दी गयी है।
मुख्यमंत्री सुपोषण
अभियान का उद्देश्य बच्चों में कुपोषण को कम करने एवं महिलाओं, किशोरी बालिकाओं में
एनिमिया को कम करने हेतु लक्ष्य निर्धारित किया गया था। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान
में कुपोषण को कम करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विभिन्न प्रकार की
गतिविधियां आयोजित की जा रही है। सभी हितग्राहियों को गर्म भोजन प्रति सोमवार,बुधवार औऱ शुक्रवार
को एवं रेडी टू ईंट खिलाया जा रहा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ
द्वारा नियमित रूप से गृह भेंट करके व्यक्तिगत साफ-सफाई, स्वास्थ्य जांच, कृमि नाशक दवा
खिलाया गया। आंगनबाड़ी केन्द्रों में मिलने वाली पूरक पोषण रेडी टू ईट को 6 दिन में खिलाने की
समझाईश दी जाती है। खान-पान में विशेष ध्यान जा रहा है।