सरायपाली : ओडीएफ घोषित पंचायत में खुले में शौच कर रहे ग्रामीण, पूर्व सरपंच पर लगाया सबसे बड़ा शौचालय घोटाला करने का आरोप, शपथ पत्र के साथ सौंपा 83 पेज का आवेदन.
हेमंत वैष्णव. जनपद पंचायत सरायपाली अंतर्गत ग्राम पंचायत बलौदा के भूतपूर्व सरपंच कमला पाढ़ी व उनके पति परसुराम पाढ़ी पर विगत पंचायत सत्र (2015-2019) में बनाये शौचालय पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लग रहे हैं. ओडीएफ घोषित इस गाँव के ग्रामीण आज भी लोटा लेकर खुले में शौच करने को मजबूर है..
ग्रामीणों ने बताया कि जनसंख्या की दृष्टि से ग्राम पंचायत बलौदा सरायपाली का तीसरा सबसे बड़ा गांव है अतः यह सरायपाली का लगभग सबसे बड़ा शौचालय घोटाला है. जिसमे लगभग 500 परिवारों के शौचालय निर्माण में उक्त सरपंच व उनके पति द्वारा लगभग 25 लाख रुपये का बड़े ही स्मार्ट तरीके से गबन किया है. यदि ये प्रति शौचालय निर्धारित 12000 रु में से 10000 रु भी दिए होते या काम मे लगाए होते तो आज हमारा गांव वास्तव में खुले में शौच मुक्त हो गया होता.
ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच ने अपने कार्यकाल के दौरान बगैर पूर्ण शौचालय निर्माण के ही गांव को ओडीएफ घोषित कर दिया था, तथा मुनादी भी करवा दिया था कि जो कोई बाहर शौच जाएगा, उसको 500 रु जुर्माना. जबकि इस भ्रष्टाचार की वजह से आज भी ग्रामीण खुले में शौच को मजबूर हैं.
2 वर्ष तक ग्रामीणों द्वारा उक्त सरपंच के विरुद्ध गांव में संघर्ष किया गया, शौचालय बनाकर देने के लिए उनको अनेक आवेदन भी दिए किन्तु दबंग सरपंच ने एक न सुनी, अंततः 14 दिसंबर 2021 को ग्रामीणों ने स्वयं के साथ हुए अन्याय का बाकायदा शपथ पत्र बनाकर उक्त घोटाला का सम्पूर्ण विवरण के साथ अनुविभागीय अधिकारी सरायपाली से मिलने पहुँचे.
गांव के लगभग 300 परिवारों के हस्ताक्षर युक्त विवरण देते हुए बताया कि उक्त सरपंच के पति ने शिकायत करने पर झूठे पुलिस केस में फंसाने की धमकी दी थी, जिसका वर्णन शपथ पत्र व आवेदन में किया गया है.
बताया गया कि उक्त सरपंच द्वारा कार्यवाही से बचने के लिए वर्तमान सरपंच के साथ सांठ गांठ कर वर्तमान पंचायत के पैसे से शौचालय बनाया जा रहा है, जिसका विरोध ग्रामीणों द्वारा किया जा रहा है, ग्रामीणों की मांग है कि पहले जांच हो. साथ ही उन्होंने 25 लाख के घोटाले को अंजाम देने के लिए किस तरह दीमाग लगाया है, उसका वर्णन भी 83 पेज के एक आवेदन में किया है. और अब ग्रामीणों को न्याय की तलाश है.