news-details

बूस्टर डोज किसे और क्यों है जरूरी, कैसे करें रजिस्ट्रेशन

बूस्‍टर डोज क्‍यों जरूरी है, इसकी दो वजह हैं. पहली, वैक्‍सीन से कोरोना के खिलाफ मिली इम्‍यूनिटी कुछ समय बाद घटने लगती है. दूसरी, कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन वैक्‍सीन ले चुके लोगों को भी संक्रमित कर रहा है. इसलिए एहतियात के तौर पर बूस्‍टर डोज लगना जरूरी हो गया है.

PBNS की रिपोर्ट के मुताबिक, 10 जनवरी से बूस्‍टर डोज की शुरुआत हो गई है. शुरुआती दौर में यह डोज दो तरह के लोगों को दी जाएगी. पहले समूह में फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थकेयर वर्कर्स शामिल हैं. दूसरे ग्रुप में 60 साल से अध‍िक उम्र वाले ऐसे बुजुर्गों को दी जाएगी जो पहले से किसी बीमारी से जूझ रहे हैं. इनमें संक्रमण का खतरा ज्‍यादा है, इसलिए ये डॉक्‍टर्स की सलाह लेकर बूस्‍टर डोज लगवा सकते हैं.

ऐसे करें रजिस्ट्रेशन

बूस्‍टर यानी तीसरी डोज के लिए किसी भी पात्र इंसान को अपॉइंटमेंट बुक कराने के लिए कोवि‍न ऐप (Co-WIN App) या कोविन पोर्टल पर जाना होगा. बूस्‍टर डोज के लिए यहां वैक्‍सीनेशन सेंटर सर्च करके रजिस्‍ट्रेशन करा सकते हैं. रजिस्‍ट्रेशन के बाद वैक्‍सीनेशन सेंटर पर आधार लेकर जाना होगा. अगर आधार नहीं है तो ड्राइविंग, लाइसेंस, पैन कार्ड, फोटो के साथ पेंशन डॉक्यूमेंट में से कोई एक दस्‍तावेज लेकर लाएं.  इसके अलावा ऑफलाइन भी अपॉइंटमेंट बुक किया जा सकता है. इसके लिए वैक्‍सीनेशन सेंटर में आधार कार्ड या सम्‍बंधित दस्‍तावेज लेकर जाना होगा. 

दूसरे डोज और बूस्‍टर डोज में कितना अंतर होना चाहिए? 

बूस्‍टर वैक्‍सीन की तीसरी डोज है. यह उन्‍हीं लोगों को दी जाएगी जिनको वैक्‍सीन की दूसरी डोज लगे 9 महीने बीत चुके हैं. जैसे-आपने वैक्‍सीन की दूसरी डोज मार्च से पहले लगवाई थी तो आप बूस्‍टर लगवा सकते हैं. ध्‍यान रखें कि किसी बीमारी से जूझ रहे हैं तो पहले डॉक्‍टरी सलाह जरूर लें. स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के रिकॉर्ड के मुताबिक, अगर आप तीसरी डोज के दायरे में आते हें तो आपको कोविन प्‍लेटफार्म की ओर से इसका मैसेज मिलेगा.




अन्य सम्बंधित खबरें