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कोरोना संक्रमण के बीच अधिकारियों का दुर्व्यवहार बना परेशानी का कारण, कोरबा में तहसीलदार ने दुकानदार को मारा थप्पड़ छात्र से की बहस

जैसे जैसे कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ते जा रहा है, अधिकारियों का आम लोगों से दुर्व्यवहार भी बढ़ते जा रहा है. छत्तीसगढ़ में अधिकारी द्वारा किसी युवक को सरेआम थप्पड़ मारने का एक और मामला सामने आया है. पिछले साल सूरजपुर जिले में तत्कालीन कलेक्टर द्वारा युवक को थप्पड़ मारने के बाद हंगामा मचा था. अब मामला कोरबा जिले में सामने आया है. दरअसल कोरबा में करोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. कोविड प्रोटोकाल का पालन कराने सख्ती भी बढ़ाई जा रही है. सख्ती से नियम पालन करवाने के चक्कर मे वाद-विवाद भी बढ़ने लगा है.

ऐसे ही घटनाक्रम में कोरबा के दीपका में माहौल गर्म रहा. यहां तहसीलदार वीरेंद्र श्रीवास्तव ने मास्क के विवाद में एक दुकानदार युवक को थप्पड़ मार दिया. मोहल्ले व आसपास के दुकानदारों ने यह पता चलते ही हंगामा कर दिया. उन्होंने अधिकारी के इस रवैये को अनुचित बताया. हालात ऐसे बने कि पुलिस को बुलाना पड़ गया. लोगों की एक ही मांग थी कि तहसीलदार माफी मांगें. करीब आधे घंटे से ज्यादा बीच सड़क पर हंगामा होता रहा. लोग तहसीलदार की गाड़ी को घेरकर खड़े हो गए. बात बढ़ती देख कर आखिरकार तहसीलदार वहां पहुंचे और व्यापारी युवक से हाथ जोड़कर सरेआम माफी मांगी.

इसी कड़ी में रविवार की दोपहर को दीपका न्यायपालिका दंडाधिकारी वीरेंद्र श्रीवास्तव पाली रोड में करोना प्रोटोकॉल का पालन कराने के साथ मास्क चेकिंग में लगे हुए थे. इस दौरान ग्राहक बनकर आये छात्र से तीखी बहस हो गई. मामला इतना बढ़ गया कि आसपास के लोगों ने तहसीलदार के वाहन को ही रोक लिया और माफी मांगने के लिए कहने लगे. दीपका पुलिस की मौजूदगी में तहसीलदार ने संबंधित लोगों से माफी मांगी. तब कहीं जाकर 1 घंटे के बाद लोगों ने तहसीलदार और उनकी टीम को वहां से रवाना होने दिया.

जहां एक और कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है वहीं दूसरी और दिन प्रतिदिन अधिकारियों के ऐसे दुर्व्यवहार देखने को मिल रहे हैं. आम जनता जहां कोरोना के संक्रमण से परेशान है लॉक डाउन होने के संभावनाओं से डरी हुई है वहां अगर अधिकारी ऐसा व्यवहार करेंगे तो आम जनता किस प्रकार जीवन यापन करेगी. अधिकारियों का ऐसा रवैया आम जनता के लिए परेशानी बन सकता है.




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