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महासमुंद : मुख्यमंत्री के सलाहकार ने की नरवा गरवा घुरुवा अउ बाड़ी योजना की समीक्षा

गौठान से जुड़े काम और बेहतर ढंग से करें - शर्मा

गौठान का किया अवलोकन, समूह की महिलाओं से की बातचीत

महासमुंद : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सलाहकार प्रदीप शर्मा ने सिरपुर भ्रमण एवं झलप गौठान का अवलोकन किया। समूह महिलाओं से बातचीत की उनकी निर्मित सामग्री देखी और सराहना की। इससे पहले उन्होंने कलेक्टोरेट कार्यालय के सभाकक्ष में शासन की फ्लैगशिप योजना नरवा गरवा घुरुवा अउ बाड़ी के क्रियान्वयन की समीक्षा की। शर्मा ने गोबर खरीदी एवं वर्मी खाद निर्माण की भी समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि गोबर खरीदी प्राथमिकता है। गोबर की खरीदी नियमित होती रहे। गोबर ख़रीदी की ज़िम्मेदारी तय हो। उन्होंने पशुपालकों के कम पंजीयन पर चिन्ता ज़ाहिर की। पशु चिकित्सा अधिकारी को 15 दिवस के भीतर पशुपालकों का प्रतिशत बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा ग्राम गौठान समिति को प्रेरित करें और उन्हें प्रशिक्षण दें।

सलाहकार प्रदीप शर्मा ने कहा कि गौठान से जुड़े काम और बेहतर ढंग से करें। महासमुंद एक समृद्ध क्षेत्र है लिहाजा इसका लाभ भी योजनाआं और उनसे जुड़े हितग्राहियों को हासिल हो। उन्होंने कहा कि जो महिलाएँ गौठान से जुड़ी है। वह सब्ज़ी-भाजी लगाएं। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित भी किया जाए। बारिश को देखते हुए गौठान में मवेशियों के स्वास्थ्य परीक्षण और उनका इलाज भी किया जाए।
उन्होंने कहा कि गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित करने के लिए वहां और अधिक आर्थिक गतिविधियां संचालित करने की आवश्यकता है। इससे ग्रामीण स्वावलंबन की राह में आगे बढ़ेंगे। उन्होंने अधिकारियों को गौठानों में विभिन्न आर्थिक गतिविधियों के क्रियान्वयन में निरंतरता लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। ग्रामीण जनजीवन में आर्थिक परिवर्तन की इस योजना की प्रशंसा ना सिर्फ छत्तीसगढ़ में बल्कि पूरे देश मे हो रही है। उन्होंने बताया कि समय-समय पर गोधन और एनजीजीबी के क्रियान्वयन के संबंध में अधिकारियों से फीडबैक लिया जाता है और योजनाओं को लागू करने में आ रही दिक्कतों की समीक्षा की जाती है। इसके अलावा भौगोलिक जटिलताओं के बीच इन योजनाओं को और कितना प्रभावी बनाया जा सकता है इस पर भी विचार किया जाता है।

उन्होंने किसानों और ग्रामीणों से आगामी खरीफ फसलों को पशुओं की चराई से बचाने के लिए अगले माह आयोजित किए जा रहे रोका-छेका अभियान में सहयोग करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि इससे खेतों की फसल भी बचेगी और गोधन न्याय योजना से होने वाला लाभ भी बढ़ेगा।
कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर ने उनका स्वागत किया और ज़िले की नरवा, गरवा, घुरुवा अउ बाड़ी की प्रगति से अवगत कराया। साथ ही आगामी योजना के बारे में बताया। सीईओ ज़िला पंचायत एस. आलोक ने गौठान में स्व सहायता समूह द्वारा संचालित विभिन्न प्रकार की आर्थिक गतिविधियों की जानकारी दी। बैठक में डीएफओ पंकज राजपूत, अपर कलेक्टर ओ.पी. कोसरिया, एसडीएम भागवत जायसवाल सहित विभिन्न विभागों के संबंधित अधिकारी एवं जिले के एसडीएम तथा जनपद सीईओ सहित ब्लॉक स्तरीय अधिकारी वर्चुअल जुड़े। शर्मा ने झलप में स्व सहायता समूह की महिलाओं से बातचीत की और हालचाल जाना। समूह को नियमित रूप से भागीदारी सुनिश्चित करने की बात कही। उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई का भरोसा दिया। उन्होंने स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा संचालित विभिन्न प्रकार की आर्थिक गतिविधियों और निर्मित सामग्री साबुन, कीटनाशक, दोना-पत्तल, अगरबत्ती, मोमबत्ती निर्माण की सराहना की।




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