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बसना : चनाट में चलित थाना कार्यक्रम के तहत पहुँचे आईपीएस निखिल राखेचा, भंवरपुर चौकी प्रभारी और टीम, अवैध शराब को लेकर चली लम्बी चर्चा.

हेमन्त वैष्णव. मंगलवार को बसना थाना क्षेत्र के भंवरपुर चौकी अंतर्गत ग्राम पंचायत चनाट में चलित थाना कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में बसना थाना प्रभारी आईपीएस निखिल राखेचा, भंवरपुर चौकी प्रभारी नसीम उद्दीन खान और उनके टीम पहुँची थी. जहाँ पुलिस के द्वारा ग्रामीणों से चर्चा किया गया और गांव में लम्बित मामले या शिकायत संबंधित मामले के लिए ग्रामीणों और महिला स्व सहायता से चर्चा किया गया.

इसके पहले सोमवार को ग्राम पंचायत चनाट की महिला सहायता समूह द्वारा महासमुंद जिला कलेक्टर के पास पहुंचकर महुआ शराब के खिलाफ भंवरपुर चौकी के सहयोग ना करने की शिकायत की थी. जिसके बाद मंगलवार को चनाट में आयोजित इस कार्यक्रम में पुलिस को लगभग तीन घंटे गाँव में दो अलग-अलग जगह जाकर ग्रामीणों की समस्या सुननी पड़ी.

पहले गाँव के बीच बस्ती में चर्चा के दौरान बसना थाना प्रभारी निखिल राखेचा और भंवरपुर चौकी प्रभारी नसीम उद्दीन खान ने ग्रामीणों को बताया कि ग्राम पंचायत चनाट महुआ शराब को लेकर अभी पूरी तरह से बदनाम हो रहा है. यदि गाँव में किसी तरह  का अवैध शराब बनाया या बेचा जा रहा है तो इसकी सुचना पुलिस को दें, जिसपर पुलिस तत्काल कार्यवाही करेगी.

जहाँ उपस्थित ग्रामीणों ने बताया कि फिलहाल गाँव में महुआ शराब नही बनाया जा रहा है, ग्रामीणों ने बताया कि चनाट में गाँव से दूर बांध और नालों में भारी मात्रा में महुआ शराब बनाया जा रहा था लेकिन महिला सहायता समुह और पुलिस द्वारा शराब पकड़ने और नष्टीकरण के  बाद से गांव अवैध शराब नही बन रहा है. जहाँ ग्रामीणों ने बताया कि 1 माह पहले तक हजारों लीटर महुवा शराब बनाया जाता था लेकिन अभी कोई भी अवैध महुवा शराब नही बनाया जा रहा है.

करीब 10 वर्ष से चल रहा था महुवा शराब का खेल, नवपदस्थ चौकी प्रभारी नसीम उद्दीन खान ने करवाया बंद.

ग्रामीणों ने चर्चा के दौरान बताया कि पिछले 10 वर्ष से चनाट के बांध और जंगलों के अंदर रोज हजारों लीटर महुवा शराब बनाया जा रहा था, लेकिन जब से नसीम उद्दीन खान नए चौकी प्रभारी आए है अवैध शराब माफियाओं को अवैध शराब को लेकर पूरी तरह बंद कराया गया है. लगभग 1 माह से अवैध शराब का निर्माण पूरी तरह से बंद है.

इसके पहले अवैध महुवा शराब के माफियाओं को लेकर कभी नहीं हुआ धरपकड़.

ग्रामीणों का कहना है की 1 माह के पहले 10 वर्षो तक अवैध शराब का गोरख धंधा चलता रहा, भंवरपुर में कई चौकी प्रभारी आए और भारी रकम लेकर  इस पर किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की, इसके पहले सूचना देने पर चौकी वाले कार्यवाही से पूर्व ही शराब माफियाओं को सूचना दे देते थे. लेकिन नए चौकी प्रभारी आने के बाद अवैध महुआ शराब पूरी तरह से बंद है.

पुलिस ने सहायता समूह की महिलाओं से की से विशेष चर्चा.

इसके बाद  पुलिस टीम गांव में अवैध शराब पकड़ने वाली महिलाओं के पास के लिए पहुँची जहाँ लगभग 40 से 50 महिलाएं मौजूद थी. महिलाओं की शिकायत थी कि  सुचना पर पुलिस कार्यवाही नहीं करती है. महिलाओं ने बताया कि कुछ दिन पहले एक व्यक्ति को महिलाओं ने अवैध शराब के साथ पकड़ा था, जिसकी सुचना 112 को दी गई थी, जहाँ पुलिस के पहुँचे पर उक्त व्यक्ति बीमार होने का नाटक करने लगा, जिसके बाद 112 वाले उसे अस्पताल में भर्ती कर आये.

वहीं पुलिस ने महिलाओं को समझाया कि 112 वाले कार्यवाही नही करते, डायल 112 आपातकालीन सुविधा के लिए है. शराब पकड़ने के लिए नही. किसी की दुर्घटना, गर्भवती महिला को अस्पताल पहुँचाने जैसे आपातकालीन स्थिति में डायल 112 तत्काल पहुँचने का प्रयास करती है.  

स्टॉफ की कमी के वजह से भी कई बार चौकी और थाना वाले नही पहुँच पाते, बसना में अक्सर कार्यक्रम या विवादो के मामले में जिले के पुलिस बल को बुलाया जाता है ऐसे मौके पर कई बार पुलिस नही पहुँच पाती है. चूँकि उन्हें मोर्चा सम्हालना रहता है और ग्रामीण समझते है की पुलिस सहयोग नही करती है. पुलिस ने बताया कि ऐसी कोई भी सुचना पुलिस को दें जहाँ पुलिस अपने मुखबीर लगाकर  2 से  3 दिन में पुख्ता प्रमाण के साथ उसपर कार्यवाही करेगी.

महिलाओं ने स्वीकारा गाँव में अब नहीं बन रहा अवैध शराब.

चर्चा के दौरान महिलाओं ने यह बात भी स्वीकार किया की लागातार दो बार महुआ शराब के नष्टीकरण के बाद अब उनके गाँव में शराब बनना बंद हो चूका है. लेकिन कहीं-कहीं अब भी चोरी छिपे बाहार से शराब लाया जा रहा है.    

पुलिस ने महिलाओं के कार्यों को सराहा, साथ ही कानून हाथ में लेने से बचने को कहा.

महिलाओं को पुलिस टीम ने भरोसा दिलाया है की चनाट राम भाटा में जब भी अवैध शराब के मामले में सूचना मिलेगा, भरपूर सहयोग किया जाएगा महिला स्व सहायता समूह किसी के घर में जाकर वाद विवाद ना करें ऐसी स्तिथि में किसी को कुछ अनहोनी होने पर उनका जिम्मेदार कौन होगा ? पुलिस ने बीती कुछ अनहोनी घटनाओं का भी जिक्र किया. पुलिस ने कहा कि महिलाएं शराब पकड़ने ना जाएँ इसकी सुचना पहले पुलिस को दें और हमारे साथ चलें, पुलिस ने महिला स्व. सहायता के अवैध शराब बंदी को लेकर कर रहे उनके कार्यों को सराहा.

आबकारी को विभाग फोन और सूचना देने पर कार्यवाही नही करती

अवैध शराब पकड़ने के लिए एक अलग विभाग आबकारी विभाग भी बनाया गया है लेकिन पुलिस थानों में एफ आई आर देखने पर 10 में से 1 ही कार्यवाही आबकारी विभाग का रहता है.

काम नही कर रहा है आबकारी विभाग ना ही सूचना देने पर पहुंचते है और ना ही फोन उठाते है महिलाओं का कहना है की आबकारी विभाग को भी कई बार फोन के माध्यम से सूचना दिया गया लेकिन एक दो बार बात करने के बार वे फोन उठना ही बन्द कर दिए और नाही कभी चनाट आए ग्रामीणों का शिकायत है की आबकारी विभाग फोन और सूचना देने पर कार्यवाही नही करती है

नशे के खिलाफ  निकालें जागरूकता रैली, पुलिस करेगी सहयोग.

चर्चा के दौरान बसना थाना प्रभारी आईपीएस निखिल राखेचा ने महिलाओं के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें नशे के खिलाफ जागरूकता रैली और कार्यक्रम करने को कहा जिसपर पुलिस ने द्वारा उन्हें सहयोग दिए जाने की बात कही. जिसपर सहायता समूह की महिलाओं ने ख़ुशी जाहिर की.




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