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करोड़ों के फर्जी बैंक गारंटी जमा कर धान उठाने वाले 04 राइस मिल ब्लैक लिस्टेड

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में फर्जी बैंक गारंटी जमा कर धान उठाव के मामले में विपणन अधिकारी को ससपेंड करने के बाद बड़ी कार्रवाई करते हुए दोषी पाए गए 04 राइस मिलर्स को काली सूची में डाल दिया गया है। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के अवर सचिव अमितेश जॉन के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है।

गौरेला के इंड्रस्टील एरिया में संचालित 04 राइस मिल श्याम इंडस्ट्रीज, श्याम फ़ूड प्रोडक्ट, यश राइस मिल और यश मॉर्डन फ़ूड प्रोडक्ट के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। वित्तीय वर्ष 2021-22 एवं 22-23 में लगभग 41 करोड़ रुपए से अधिक की फर्जी बैंक गारंटी लगाकर धान उठाव करने की पुष्टि के बाद कलेक्टर गौरेला पेंड्रा मरवाही ऋचा प्रकाश चौधरी ने इन्हें ब्लैक लिस्ट में शामिल करने का आदेश जारी किया है।


शिकायत पर हुई थी मामले की जांच

वर्ष 2021-22 में पेंड्रारोड के एक राइस मिलर की चार फर्मों द्वारा कथित तौर पर फर्जी बैंक गारंटी को जिला विपणन कार्यालय में प्रस्तुत कर धान उठाव किए जाने का मामला सामने आया था। शिकायतकर्ता ने इस मामले में कलेक्टर को जानकारी देते हुए पूरे प्रकरण के जांच की मांग की, जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि पेंड्रारोड में अंजनी इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित चावल व्यवसायी और राइस मिलर के खिलाफ कथित तौर पर फर्जी बैंक गारंटी लगाकर धान का उठाव किया गया है।

बैंक द्वारा इस फर्म को वर्ष 2021-22 में लगभग 24 करोड़ की बैंक गारंटी स्वीकृत की गई थी, जिसमें उक्त राइस मिलर द्वारा जिला विपणन कार्यालय में लगभग 44 करोड़ की बैंक गारंटी जमा कर धान का उठाव किया गया। वहीं इस मामले में शिकायतकर्ता ने जिला विपणन अधिकारी लोकेश देवांगन पर मिलीभगत का आरोप लगाया।

शासन द्वारा कस्टम मिलिंग के लिए बैंक गारंटी को बैंक से सर्टिफाई मेल से मंगवाया जाता है, जबकि इस मामले में देवांगन द्वारा कथित तौर में फर्जी सील लगाकर मैनुअली जमा कर लिया गया। जांच में इसकी पुष्टि हुई, जिसके बाद विपणन अधिकारी लोकेश देवांगन को निलंबित किया गया, साथ ही दोषी पाए गए चारों राइस मिल को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है।





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