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बसना : अविश्वास प्रस्ताव के ख़िलाफ भंवरपुर सरपंच ने समर्थकों के साथ मिलकर किया घंटों तक चक्काजाम, तहसीलदार की समझाईश पर हटाया गया.

बसना जनपद के ग्राम पंचायत भंवरपुर में सरपंच के खिलाफ निर्वाचित पंचों ने उपेक्षा करते हुए विश्वास न करने, ग्राम पंचायत के विकास कार्य मे लापरवाही बरतने सहित भ्रष्टाचार कर गबन मामले में अविश्वास प्रस्ताव लाया। जिसमें सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 16, सरपंच के पक्ष अविश्वास प्रस्ताव के विपक्ष में एक मत नही पड़ा जबकि मतदान के पूर्व ही सरपंच सहित 04 पंचों ने पुलिस प्रशासन पर अभद्रता पूर्ण व्यवहार करते हुए सम्मेलन पर जाने से रोके जाने पर अपने समर्थकों के साथ बसना-भंवरपुर मुख्य सड़क मार्ग पर घंटो तक चक्का जाम किया। जिस पर तहसीलदार बसना की समझाईश पर चक्का जाम हटाया गया।

ग्राम पंचायत भंवरपुर के 16 पंच वार्ड क्र. 01 हेमा पटेल, वार्ड क्र. 02 कमल लोचन स्वर्णकार, वार्ड क्र. 03 मंदीप कौर सलूजा, वार्ड क्र. 06 सुमित्रा निषाद, वार्ड क्र. 09 खीरकुमारी पटेल, वार्ड क्र. 10 श्रवण कुमार पटेल, वार्ड क्र. 11 तिलोत्तमा पटेल, वार्ड क्र. 12 कृष्ण कुमार पटेल, वार्ड क्र. 13 अश्लेषण नायक, वार्ड क्र. 14 टेकराम पटेल, वार्ड क्र. 15 संजू पटेल, वार्ड क्र. 16 सुनीता सिदार, वार्ड क्र. 17 खगेश्वर पटेल, वार्ड क्र. 18 सित्याबाई पटेल, वार्ड क्र. 19 बुधियारीन खूंटे एवं वार्ड क्र. 20 गीता पटेल ने ग्राम पंचायत के सरपंच एवं बसना सरपंच संघ सचिव प्रतीक देवांगन पर ग्राम पंचायत में निर्वाचित पंचों के प्रति विश्वास न करना, ग्राम पंचायत के निर्माण एवं विकास कार्य में रुचि न लेना, ग्राम पंचायत के पेय जल एवं निस्तारी तालाब में पानी की व्यवस्था न करना, नाली एवं सीसी रोड एवं अन्य कार्य को अधूरा छोड़ देने से जन-धन की हानि पर ध्यान न देना, ग्राम पंचायत के अन्य स्वीकृत कार्य को निश्चित समयावधि पर पूर्ण न करना। मनमानी ढंग से निर्माण कार्य की अग्रिम राशि आहरण कर स्वयं उपयोग उपभोग करना एवं सरपंच के व्यवहार एवं कार्यशैली से ग्रामवासी एवं पंचगण परेशान होने पर 07 बिन्दुओं पर पंचायत राज अधिनियम की धारा 21 के तहत अविश्वास प्रस्ताव हेतु एसडीएम सरायपाली हेमंत नंदनवार को 23 जनवरी 2023 को आवेदन पत्र सौंपा था।

अविश्वास प्रस्ताव पत्र के आधार पर एसडीएम हेमंत नंदनवार ने तहसीलदार सरायपाली युवराज कुर्रे को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया। ग्राम पंचायत भंवरपुर में सम्मेलन की कार्यवाही 11 बजे प्रारंभ की गई। सम्मेलन की कार्यवाही को सुचारू रूप से संचालन की दृष्टि से चरणबद्ध कार्यक्रम सूचना फलक पर प्रदर्शित किया गया था। सम्मेलन में उपस्थित सदस्यों को कार्यवाही पंजी में नाम लिखकर उपस्थिति दर्ज की गई एवं हस्ताक्षर लिए गये। उपस्थित सदस्यों पंचों को शालीनता एवं मर्यादित ढंग से अपनी अपनी बातें करने व शांतिपूर्ण दूसरों की बातों को सुनने तथा सम्मेलन में अनुशासन बनाए रखने की समझाइश दी गई. अविश्वास प्रस्ताव की सूचना पर हस्ताक्षर करने वाले किसी एक पंच को अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में प्रस्ताव रखने को कहा गया वार्ड क्रमांक 12 के पंच  कृष्ण कुमार पटेल ने अविश्वास प्रस्ताव रखते हुए सर्वप्रथम अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में कहा.

उसके पश्चात पक्ष में उपस्थित पंचों को बोलने का अवसर दिया गया लेकिन कोई भी उपस्थित पंचों ने पक्ष में नहीं बोलने हेतु कहा गया। अविश्वास प्रस्ताव के विपक्ष में सरपंच प्रतीक देवांगन सम्मेलन में अनुपस्थिति रहने के कारण पक्ष नहीं रखा गया। अविश्वास प्रस्ताव सम्मेलन में सरपंच साहित 04 पंच खीरसाय देवांगन, तपस्वनी बाघ, संतोषी देवांगन और रूखमणी भोई सूचना प्राप्त होने के बाद भी सम्मेलन में अनुपस्थित रहे।

अविश्वास प्रस्ताव पर विचार विमर्श की समाप्ति के पश्चात मतदान की तैयारी कर मतदान कराया गया जिसमें सरपंच सहित 20 पंचों में कुल 16 पंचों ने भाग लिया मतदान समाप्ति के तुरंत पश्चात उपस्थित पंचों के समक्ष मतों की गणना की गई, जिसमें अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष 16 एवं विपक्ष एक भी मत नही पड़ा। अविश्वास प्रस्ताव सफल होने पर 16 पंचों उनके समर्थकों में उत्साह देखा गया। जबकि सरपंच के समर्थकों में शासन-प्रशासन के खिलाफ नाराजगी एवं चेहरे में मायूसी देखी गई।

सरपंच सहित 04 पंचों ने किया सम्मेलन का बायकाट

सररपंच प्रतीक देवांगन सहित 04 पंचों ने पुलिस प्रशासन द्वारा अभद्रता पूर्ण व्यवहार करते हुए शराब के नशे में सम्मेलन में पंचायत भवन जाने से रोके जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए बसना-भंवरपुर मुख्य सड़क मार्ग को घंटो तक चक्का जाम किया। इस दौरान सरपंच प्रतीक देवांगन ने कहा कि भंवरपुर में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ शासन-प्रशासन का सहयोग करने पर पंचों द्वारा विकास कार्य को दरकिनार कर गंदी राजनीति करते हुए अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है।

इस संबंध में भंवरपुर चौकी प्रभारी योगेश सोनी कहा कि अविश्वास प्रस्ताव सम्मेलन में शांति व्यवस्था बनाये रखने हेतु पीठासीन अधिकारी द्वारा पंचायत भवन में अधिकारी कर्मचारियों सहित सरपंच, पंचों को प्रवेश की अनुमति दी गयी थी लेकिन सरपंच द्वारा अपने पंचों सहित आम लोगों के साथ पंचायत भवन में प्रवेश कर रहे थे जिस पर पुलिस प्रशासन द्वारा सरपंच एवं पंचों को पंचायत जाने को कहा आम लोगों को प्रवेश वर्जित है कहने पर बेवजह मुद्दा बनाकर शासन-प्रशासन बदनाम किया जा रहा है। जबकि पीठासीन अधिकारी एवं पुलिस द्वारा सरपंच सहित 04 पंचों सम्मेलन में उपस्थिति हेतु दो बार पंचायत भवन आने को कहा गया लेकिन सम्मेलन में जाने से इंकार कर दिया। बसना तहसीलदार रामप्रसाद बघेल चक्का जाम कर रहे सरपंच, पंच एवं उनके समर्थकों के बीच पहुंचकर समझाईश देकर चक्का जाम को हटाया गया। इस दौरान प्रशासन द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।




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