यह स्वाधीनता हमें देश के विभाजन की कीमत पर मिली है, यह सतत स्मरण रखना होगा : पुरोहित
’पढ़ाई के साथ विद्यार्थी सैन्य प्रशिक्षण में भी रुचि लें, ताकि भारत विरोधी ताकतों का मुँहतोड़ मुकाबला करने में सक्षम हों’
सशिमं के स्वाधीनता दिवस समारोह में व्यवसायी आकाश जैन ने लहराया तिरंगा, विविध कार्यक्रमों से सजा समारोह
हेमसागर यादव. सरस्वती शिक्षा संस्थान, छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिला प्रतिनिधि और स्थानीय विद्यालय संचालन समिति के सदस्य अनिल पुरोहित ने इस बात पर जोर दिया है कि स्वाधीनता दिवस पर अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले शहीदों के पूजन-वंदन के साथ ही हमें यह भी सतत स्मरण रखना होगा कि यह स्वतंत्रता हमें देश के विभाजन की कीमत पर मिली है और इस विभाजन की विभीषिका के दौरान 20 लाख लोगों की हत्या की गई और 1.5 करोड़ लोगों को अपने मूल स्थानों से विस्थापित होना पड़ा। विभाजन का यह दंश कभी न भूलने वाली पीड़ा है। श्री पुरोहित सरस्वती शिशु मंदिर उ.मा. विद्यालय में आहूत स्वाधीनता दिवस समारोह के कार्यक्रम को मुख्य वक्ता के रूप में अध्यक्षीय आसंदी से संबोधित कर रहे थे।
श्री पुरोहित विभाजन की विभीषिका की चर्चा करते हुए कहा कि पाकिस्तान व बांग्लादेश के निर्माण का इतिहास तो सभी जानते हैं, लेकिन अब तक भारत का 24 बार विभाजन हो चुका है। दुर्भाग्य से वामपंथियों के टुकड़ों पर पलने वाले तथाकथित इतिहासकारों ने भारत के इतिहास से देशवासियों को अवगत नहीं होने दिया और तथ्यों को तोड़-मरोड़कर हमें अपने राष्ट्र के गौरव, राष्ट्र के अभिमान से अनभिज्ञ रखने का षड्यंत्र किया। आज एक बार फिर ये षड्यंत्रकारी ताकतें भारत के कुछ नेताओं के कंधों का इस्तेमाल करके अपने झूठे नैरेटिव चलाकर भारत में भी हिंसा और अराजकता फैलाने का वही जाल बुन रहे हैं, जो उन्होंने पहले अमेरिका, फ्रांस, श्रीलंका में बुना और आज बांग्लादेश को उसी अराजकता, हिंसा, उन्माद में धकेल दिया है। लेकिन, भारत में इन विदेशी और वामपंथी ताकतों का षड्यंत्र कभी सफल नहीं होगा क्योंकि भारत के बच्चे-बच्चे में राष्ट्रीयता और जन-जन में लोकतंत्र व संविधान के प्रति आस्था कूट-कूटकर भरी है और वह भारत के लोग इसका मुँहतोड़ जवाब देना जानते हैं। श्री पुरोहित ने कहा कि विद्यार्थी अपने पाठ्यक्रम के अध्ययन के साथ-साथ देश के इतिहास को पढ़ें, अग्निवीर योजना से जुड़कर सैन्य प्रशिक्षण अर्जित करने में भी रुचि लें, ताकि भारत को चुनौती देने वाली ताकतों का गली-गली से निकलकर मुँहतोड़ मुकाबला करने में वे सक्षम हों।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्थानीय युवा व्यवसायी और विद्यालय के पूर्व छात्र आकाश जैन ने विद्यालय परिवार को स्वाधीनता दिवस की बधाई देते हुए शहीदों को नमन किया। श्री जैन ने सशिमं के विद्यार्थियों से देश के समर्पित होने का आह्वान भी किया। इस मौके पर संचालन समिति के अध्यक्ष मनसुख परमार, सचिव/व्यवस्थापक राहुल अग्रवाल, कोषाध्यक्ष रामजी तिवारी, सहसचिव जोगेंद्र सिंह व कार्य. सदस्य नरेश जैन विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर प्रांगण में ध्वजारोहण, बौद्धिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन रखा गया। साहित्यिक कार्यक्रम में विशेष देशभक्ति गीत, संस्कृत एवं अंग्रेजी भाषण एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में कविताएँ प्रस्तुत की गईं। इस अवसर पर विद्यालय के छोटे भैया-बहिनों ने देशभक्ति पूर्ण गीतों और विचारों से पूरे आयोजन को सजाया था। इस अवसर पर महर्षि योगी अरविंद का स्मरण कर उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त की गई।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि श्री जैन ने ध्वजारोहण किया, तत्पश्चात भारत मां का पूजन व आरती तथा भारत माँ, सरस्वती माँ व ओम के साथ ही महर्षि अरविंद चित्रों पर मार्ल्यापण किया गया। अतिथि परिचय एवं आभार प्रदर्शन विद्यालय के प्राचार्य नंदूराम निर्मलकर ने किया। कार्यक्रम का संचालन छात्रा पौरवी एवं साधना देवांगन ने किया। कार्यक्रम के अंत में श्री पुरोहित ने विद्यालय परिसर में अपने माता-पिता के नाम पर विद्यालय संचालन समिति के सभी सदस्यों के साथ ‘एक पेड़ मॉं के नाम’ अभियान के तहत वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरुकता का परिचय दिया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में अभिभावक माता-पिता, गणमान्य नागरिकगण, पूर्व छात्र एवं समस्त दीदी एवं आचार्य उपस्थित रहे।