महासमुन्द : उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत सर्वे और सत्यापन जारी
महासमुन्द : राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत जिले में शत-प्रतिशत साक्षरता का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण महासमुन्द, श्री विनय कुमार लंगेह ने शून्य असाक्षर वाले ग्राम पंचायतों का सूक्ष्म नियोजन सर्वे कराने के निर्देश जारी किए हैं।
राज्य साक्षरता मिशन छत्तीसगढ़ से प्राप्त निर्देशानुसार, 95 प्रतिशत साक्षरता वाले ग्राम पंचायतों को पूर्ण साक्षर पंचायत घोषित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इसके तहत जिले के बागबाहरा में 9, बसना में 45, पिथौरा में 10, महासमुंद में 13, और सरायपाली में 6 ग्राम पंचायतों में सर्वे किया गया। सर्वे में पाया गया कि इन 83 ग्राम पंचायतों में 15 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्ति साक्षर हैं।
कलेक्टर लंगेह के निर्देश पर सर्वे जांच हेतु वार्डवार सत्यापन समिति का गठन किया गया है। समिति में विभिन्न सदस्यों की नियुक्ति की गई है, जिनमें वार्ड पंच/पार्षद, ग्राम शिक्षक/प्रभारी, पंचायत सचिव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, और स्वयंसेवी शिक्षक शामिल हैं। समिति प्रत्येक वार्ड के परिवारों का सत्यापन कर रिपोर्ट ग्राम प्रभारी शिक्षक को सौंपेगी। इसके बाद, सरपंच द्वारा प्रमाणीकरण कर रिपोर्ट ग्राम पंचायत प्रभारी को प्रस्तुत की जाएगी।
इसके अतिरिक्त, पंचायत संकुल और विकासखंड स्तर पर गठित समिति द्वारा 2 प्रतिशत वार्डों का सत्यापन किया जाएगा। कलेक्टर एवं जिला साक्षरता मिशन अध्यक्ष ने अपील की है कि यदि किसी व्यक्ति का नाम सर्वे में छूट गया हो, तो वह अपने ग्राम के प्राथमिक विद्यालय या उल्लास साक्षरता केंद्र में जाकर पंजीकरण करवा सकते है।