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महासमुंद : सुशासन सप्ताह पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन

योजनाओं की पहुंच आम जनता तक आसानी से हो - कलेक्टर लंगेह

विजन डॉक्यूमेंट 2047 पर अधिकारियों ने रखे विचार

केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा 19 दिसंबर से 24 दिसम्बर तक सुशासन सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान प्रशासन गांव की ओर थीम के साथ ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। जिसमें जन चौपाल, जन समस्या निवारण शिविर, किसान एवं महिला सम्मेलन शामिल है। आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह की अध्यक्षता में सुशासन सप्ताह पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें सुशासन सप्ताह अंतर्गत किए गए कार्यां की समीक्षा के साथ विजन डॉक्यूमेंट पर चर्चा की गई। इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी पंकज राजपूत, अपर कलेक्टर रवि कुमार साहू सहित जिला अधिकारी मौजूद थे।

सुशासन सप्ताह कार्यशाला में कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने कहा कि सुशासन सप्ताह अंतर्गत योजनाओं की पहुंच आम जनता तक आसानी से हो और जरूरतमंद और पात्र हितग्राहियों का योजनाओं का लाभ समय सीमा के भीतर मिले यही सुशासन सप्ताह का उद्देश्य है। किसी हितग्राहियों को बेवजह भटकना न पड़े। उन्होंने कहा कि सप्ताह अंतर्गत गांवों में जन समस्या निवारण शिविर लगाकर समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। उन्होंने जिला में किए जा रहे विभिन्न कार्यां की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ई गवर्नेंस के तहत समय सीमा की बैठक को डिजिटलाइज किया गया है। इसके साथ ही स्कूली बच्चों का जाति प्रमाण पत्र मिशन मोड में बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत 70 हजार आवास बनाए गए हैं। इसी तरह अन्य विकास कार्यां को भी रेखांकित किया गया। उन्होंने कहा कि जनदर्शन, जन समस्या निवारण शिविर और साथ ही अन्य योजनाओं के माध्यम से भी लाभान्वित किया जा रहा है।

कार्यशाला में वनमंडलाधिकारी पंकज राजपूत ने कहा कि वास्तव में सुशासन लोकतंत्र का हिस्सा है। जिसमें लोगों तक योजनाओं की पहुंच को सुलभ बनाता है। उन्होंने कहा कि सुशासन के माध्यम से विकसित राज्य की संकल्पना को पूरा किया जा सकता है। योजनाओं की क्रियान्वयन के माध्यम से सुशासन की अवधारणा को पूरा किया जा सकता है। उन्होंने विजन डॉक्यूमेंट 2047 पर चर्चा करते हुए कहा कि डॉक्यूमेंट हमेशा परिणाम और परिमाण मूलक हो। आने वाले वर्षों तक जिले की विकास कार्यां को लेकर यह डॉक्यूमेंट तैयार किया जाएगा। उन्होंने मानव संसाधन के दक्षता विकास पर भी जोर दिया। इस अवसर पर मौजूद अधिकारी-कर्मचारियों ने अपने विचार रखें।

उल्लेखनीय है कि विजन डॉक्यूमेंट 2047 अंतर्गत विकास के सभी आयामों को समाहित किया जाएगा। साथ ही जिला की विशिष्ट पहचान और विशेषताओं को शामिल करते हुए तैयार किया जाएगा। जिसमें प्रमुख रूप से कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला बाल विकास, अधोसंरचना विकास विभाग, पर्यावरण सहित सभी जरूरी पहलुओं को शामिल किया जाएगा।





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