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महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर हुई भगदड़, 10 से अधिक मौत की आशंका

प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर करोड़ों श्रद्धालु संगम नोज पॉइंट पर जुटे. भीड़ के दबाव के कारण भगदड़ जैसे हालात बन गए. जिसपर राहत और बचाव कार्य जारी है. इस भगदड़ में 10 से ज्यादा लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है, हालांकि अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.

भगदड़ के बाद का नजारा दुखद था. घायल श्रद्धालुओं को एंबुलेंस के जरिए कुंभ क्षेत्र के अस्पतालों में पहुंचाया गया. प्रशासन की ओर से आपातकालीन सेवाएं मुहैया कराई जा रही हैं.

पंचायती अखाड़े के महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी ने घटना पर दुख जताते हुए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, "अगर इतनी भीड़ आने का अनुमान था, तो मेले को सेना के हवाले क्यों नहीं किया गया? प्रशासन पूरी तरह विफल रहा."

पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने भी भगदड़ पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "जो हुआ, वह बहुत दुखद है. कुंभ क्षेत्र में अनुमान से कहीं ज्यादा 12 करोड़ श्रद्धालु आ गए हैं. घटना जांच का विषय है, लेकिन तैयारी में कमी कहना मुश्किल है."

उन्होंने कहा कि भीड़ इतनी अधिक थी कि सारे कैंप पूरी तरह भर चुके थे. जहां नजर जाती, वहां केवल श्रद्धालुओं का हुजूम दिखाई दे रहा था.

घटनास्थल पर मौजूद राहतकर्मियों और प्रशासनिक टीमों ने घायलों को सुरक्षित निकालने की पूरी कोशिश की. पंचायती अखाड़ा परिषद ने इस घटना को "कुंभ पर कलंक" करार दिया है. प्रशासन ने स्थिति पर काबू पाने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है.





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