
आंगनबाड़ी में मिलेगा अंडा-बिरयानी और चिकन फ्राई, इस राज्य सरकार ने लिया फैसला
डेस्क। कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर एक तीन साल के बच्चे का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह आंगनवाड़ी में उपमा की जगह बिरयानी और चिकन फ्राई की मांग कर रहा था। लाखों लोगों ने यह प्यारा वीडियो देखा और शेयर किया। बच्चों की पसंद और पोषण की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, अब केरल सरकार ने आंगनवाड़ियों के खाने के मेनू में बड़ा बदलाव करने का फैसला लिया है।
आंगनवाड़ी के मेनू में बड़ा बदलाव
राज्य सरकार ने मंगलवार को ऐलान की कि अब केरल की सभी आंगनवाड़ियों में बच्चों को स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन मिलेगा। नए मेनू में अंडा बिरयानी, चिकन फ्राई, और अन्य स्वादिष्ट विकल्प शामिल किए गए हैं। सरकार का कहना है कि इससे बच्चों की सेहत बेहतर होगी और वे खाने को लेकर उत्साहित रहेंगे।
वायरल वीडियो का असर
वायरल हुए वीडियो में एक छोटा बच्चा थ्राजुल एस शंकर (जिन्हें प्यार से शंकु कहा जाता है) अपनी मां से कहते हैं, “मुझे आंगनवाड़ी में उपमा नहीं, बल्कि बिरयानी और चिकन फ्राई चाहिए।” यह मजेदार पल तब रिकॉर्ड किया गया जब उनकी मां ने उसे घर पर बिरयानी परोसी थी। फरवरी में मां ने यह वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर किया, जो जल्दी ही सोशल मीडिया पर छा गया।
मंत्री वीना जॉर्ज का वादा पूरा
केरल की स्वास्थ्य, महिला और बाल कल्याण मंत्री वीना जॉर्ज ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए कहा था कि सरकार इस सुझाव पर जरूर विचार करेगी।
मंगलवार को पथानमथिट्टा जिले में आंगनवाड़ियों के नए शैक्षणिक वर्ष के उद्घाटन के दौरान, मंत्री वीना जॉर्ज ने संशोधित मेनू का अनावरण किया और वादा पूरा किया।
इस दौरान मंत्री ने कहा, “यह पहली बार है जब आंगनवाड़ियों में एकीकृत और संतुलित मेनू लागू किया जा रहा है। इसमें अंडा बिरयानी, पुलाव जैसे स्वादिष्ट विकल्प शामिल हैं। बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए चीनी और नमक की मात्रा कम की गई है। नाश्ते, दोपहर के भोजन और सामान्य भोजन जैसे पूरक पोषण को भी संशोधित किया गया है। दूध और अंडे अब सप्ताह में तीन बार दिए जाएंगे, जो पहले हर दो दिन में दिए जाते थे।”
स्मार्ट आंगनवाड़ी की दिशा में कदम
केरल में लगभग 33,000 आंगनवाड़ियां हैं। 2022 में सरकार ने बच्चों को दूध और अंडा उपलब्ध कराने की योजना शुरू की थी। अब सभी आंगनवाड़ियों को स्मार्ट आंगनवाड़ी में बदलने की प्रक्रिया भी चल रही है, जिसमें अध्ययन कक्ष, रसोई, खेल क्षेत्र और विश्राम कक्ष शामिल हैं। साथ ही, आंगनवाड़ी शिक्षकों के वेतन में भी वृद्धि की गई है, जिनमें 95% महिलाएं हैं।