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नशे में पड़े शराबी को घर पहुंचाई 112, एक बार पहले भी पहुँचा चुकी थी उसी शराबी को घर.

बसना नगर में शराबखोरों की हरकतें आम लोगों के लिए मुसीबत बन गई है. आये दिन गली चौराहे पर बेसुध पड़े शराबियों के पड़े रहने से ना केवल मोहल्लेवासी बल्कि मार्ग से गुजरने वाले स्कूली विद्यार्थी भी भयभीत रहते है. ऐसे लोगों का दृश्यों का इन बच्चों के मन मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव डाल सकता है.

ऐसे में नगर के लोगों के लिए 112 की सुविधा बहोत ही लाभकारी साबित हो रही है. शराबियों से परेशान लोग 112 में कॉल कर शराबियों को पुलिस के हवाले कर रहें है. तो वहीं 112 के लिए यह मुसीबत भी बनते जा रही है. शराबी शराब के नशे में कई बार नालियों या सड़क में कचरे के ढेर में बेहोश पड़े रहते है. जिन्हें होश में लाना काफी मुश्किल होता है जिसके चलते उन्हें अस्पताल ही ले जाना पड़ता है.    

मगर बीती रात एक ऐसी घटना सामने आई जिसमे एक शराबी को पुलिस ने जब उसके घर पहुँचाया तो उन्हें पता चला कि इस शराबी को पहले भी शराब के नशे में उसके घर लाया गया है. जिसके बाद भी वह अपने हरकतों से बाज नहीं आया.

दरअसल बीती रात बसना के पाईंट 4 को सूचना मिली की ग्राम पिताईपाली में एक आदमी शराब पीकर पड़ा हुवा है, जिसके बाद थाना प्रभारी बसना को सूचित कर 112 की टीम ग्राम पितईपाली पहुंचे और काफ़ी मसक्कतों के बाद उस शराबी को होश में लाया गया. उसके बाद उससे नाम और पता पूछ कर थाना प्रभारी बसना को सूचित किया गया.

जिसके बाद थाना प्रभारी राजेश्वर खूंटे ने उसे उनके गृहग्राम पौंसरा उनके परिजन तक पहुँचाने को कहा. जिसके बाद उन्हें पता चला कि पौसरा निवासी इस व्यक्ति को एक बार पहले भी मोहका से पौसरा छोड़ा गया था. और तब भी यह शराब के नशे में था और सायकल से गिरकर घायल हो गया था. जिसे उसके घर पहुँचाया गया था.  

112 बसना के कर्मचारी गौतम साहू ने बताया की कई बार 108 व्यस्थ रहने पर 112 से ही घायलो को मदद और स्वास्थ केंद्र तक पहुँचाया है. लेकिन कई बार गंभीर हादसे का शिकार पीड़ित व्यक्तियों के लिए 112 में बहुत ही परेशानी होती है. पीड़ित को बहुत ही ज्यादा दर्द और परेशानियों का सामना करना पड़ता है फिर भी घायलो को 112 वाहन के बीच वाले सीट में रखा जाता है जहाँ पर्याप्त जगह नही होती है.




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