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महासमुंद : बेसहारा बच्चों के लिए विशेष अभियान हेतु किया गया जिला साथी ईकाई का गठन

     
नालसा के ’’साथी’’ अभियान के क्रियान्वयन के संबंध में बैठक आयोजित

बेसहारा बच्चों की पहचान कर उन्हे कानूनी सहायता एवं शासन के कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने के उद्देश्य से साथी अभियान के तहत जिला साथी ईकाई का गठन किया गया है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महासमुंद के प्रबंध कार्यालय के अधिकार मित्र हरिचंद साहू द्वारा अपने विज्ञप्ति में बताया कि नालसा के साथी अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं प्रधान जिला न्यायाधीश अनिता डहरिया के मार्गदर्शन पर गठित जिला साथी ईकाई के सदस्यों की बैठक जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महासमुंद की सचिव एवं साथी अभियान के समन्वयक आफरीन बानों द्वारा जिला न्यायालय महासमुंद के वीडियों कान्फ्रेसिंग कक्ष में आहुत किया गया। जिसमें गठित साथी ईकाई के संबंधित विभाग के अधिकारी एवं उनके द्वारा नामित की गई कर्मचारीगण उपस्थित थे।   

बैठक में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महासमुंद की सचिव आफरीन बानों द्वारा उपस्थिति ईकाई के सदस्यों को संबंधित करते हुए बताया कि नालसा द्वारा देश भर में बेसहारा बच्चों की पहचान करना और उनके आधार नामांकन, कानूनी सहायता और कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ना ताकि कोई भी बच्चे कानूनी हक एवं न्याय से वचित ना रहे जिस हेतु छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर के निर्देशानुसार जिला महासमुंद अंतर्गत जिला साथी ईकाई का गठन किया गया है। जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों को शामिल किया गया है। नालसा के अभियान ’’साथी’’ के सफल क्रियान्वयन के लिए जिला साथी ईकाई का गठन किया गया है। इस अभियान में प्राधिकरण की सचिव कोर्डिनेटर के रूप में विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारियों से समन्वय स्थापित कर इस अभियान के संचालन किया जाएगा। जिसमें पुलिस विभाग से किशोर युनिट के अधिकारी, तहसील अंतर्गत समस्त तहसीलदार या उनके द्वारा नामित अधिकारी-कर्मचारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग अंतर्गत जिला बाल संरक्षण अधिकारी, बाल देख रेख संस्था से अधीक्षकगण, सामाजिक कार्यकर्ता, सभी तहसीलों क्षेत्र अंतर्गत के एक-एक पैनल अधिवक्ता तथा अधिकार मित्रों को शामिल किया गया है।    


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